Swadeshi weapons impact in Operation Sindoor- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को एक केस स्टडी के रूप में माना है, जिससे देश अपनी भविष्य की रक्षा रणनीतियों को और मजबूत बना सके। उन्होंने कहा कि इस घटना ने हमें यह सिखाया है कि हमारी सीमाओं पर कभी भी, कहीं भी, कुछ भी हो सकता है। इसीलिए हमें हमेशा युद्ध जैसी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा और हमारी तैयारियां स्वदेशी तकनीक और उपकरणों पर आधारित होनी चाहिए। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के अनुभव से भारत की सुरक्षा नीतियों को नया आकार मिलेगा और भविष्य में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए बेहतर तैयारी की जाएगी।
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विजय की निशानी ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर मई 2025 में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए सटीक सैन्य अभियान का नाम है। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने 100 से अधिक आतंकवादियों को नष्ट किया जिसने भारत की संप्रभुता और सुरक्षा को मजबूत किया। यह अभियान मात्र 22 मिनट में संपन्न हुआ और इसमें आधुनिक स्वदेशी हथियार प्रणालियों जैसे आकाश मिसाइल सिस्टम और ब्रह्मोस का प्रभावी उपयोग हुआ। ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की सैन्य ताकत और आत्मनिर्भरता को विश्व स्तर पर प्रदर्शित किया।
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सीमा सुरक्षा में स्वदेशी तकनीक की भूमिका
रक्षा मंत्री ने जोर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस्तेमाल किए गए स्वदेशी उपकरणों और हथियारों ने क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक अनिश्चितताओं में स्वदेशीकरण ही भारत की सुरक्षा और रणनीति का एकमात्र रास्ता है। भारतीय सैन्य उद्योग ने नवाचार, डिजाइन और विनिर्माण में उल्लेखनीय काम किया है, जिसे “उद्योग योद्धाओं” के रूप में सम्मानित किया जा रहा है। ऑपरेशन ने साबित कर दिया कि स्वदेशी तकनीक न केवल विश्वसनीय है बल्कि यह युद्ध जैसी चुनौतियों का सामना करने में भी सक्षम है।



