मौजूदा साल 2025 के दीवाली (18 से 23 अक्टूबर) के दौरान देश में करीब 45 टन सोने की बिक्री होने की संभावना जताई जा रही है। यह पिछले वर्षों की तुलना में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड हो सकता है। भारतीय बाजारों में लगातार बढ़ती सोने की कीमतों ने खरीदारों को गिरावट का इंतजार छोड़कर निवेश में तेजी लाने पर मजबूर कर दिया है।
http://72% छूट के साथ Mivi Earbuds, मिलेगा जबरदस्त साउंड और 60 घंटे की बैटरी लाइफ.
सोने की कीमतों में लगातार तेजी
सोने के दाम इस साल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। अक्टूबर 2025 में सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम लगभग ₹1,22,000 के करीब पहुंच चुकी है, जो कि पिछले साल की तुलना में करीब 50% अधिक है। वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी, ब्याज दरों में संभावित कटौती और बढ़ती निवेश मांग ने इस तेजी को बढ़ावा दिया है। साथ ही, रूस-यूक्रेन युद्ध जैसी वैश्विक राजनीतिक घटनाओं ने भी सोने को सुरक्षित निवेश की श्रेणी में प्रवेश कराया है।
http://Mahindra Bolero 2025 SUV- नई महिंद्रा बोलेरो 2025 लॉन्च, कम दाम और बेहतर फीचर्स के साथ|
त्योहारी मांग में बड़ा योगदान
दीवाली के समय सोने की मांग हमेशा अधिक रहती है क्योंकि यह शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस साल भी लोगों ने सोने को खरीदने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। निवेशक यह मान रहे हैं कि सोने की कीमतें और ज्यादा बढ़ेंगी, इसलिए वे अभी खरीदारी को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके चलते ज्वैलर्स और बाज़ार में सोने की बिक्री तेज़ हो गई है।
सोना और चांदी दोनों चमकदार
सोने के साथ ही चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त बढ़त देखी गई है। चांदी की कीमतें भी ₹1,47,000 प्रति किलोग्राम के पास पहुंच गई हैं। खास बात यह है कि औद्योगिक मांग, विशेषकर हरे ऊर्जा के उपकरणों में चांदी के उपयोग से भी इसकी मांग में वृद्धि हुई है। इसके कारण चांदी की कीमतों में स्थिरता बनी हुई है और त्योहारों के समय यह और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।



