ISRO new satellite launch on Nov 2 big boost for Indian Navy- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 2 नवंबर 2025 को GSAT-7R (जिसे CMS-03 भी कहा जाता है) नामक एक उन्नत सैन्य संचार उपग्रह का प्रक्षेपण करने जा रहा है। यह उपग्रह भारतीय नौसेना के लिए विकसित सबसे भारी संचार उपग्रह है, जिसका वजन लगभग 4.4 टन (4,400 किलोग्राम) है। GSAT-7R अपने पूर्ववर्ती GSAT-7 (रुक्मिणी) का स्थान लेगा जिसे 2013 में प्रक्षेपित किया गया था।
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परिचय और उद्देश्य
GSAT-7R एक बहु-बैंड संचार उपग्रह है, जो UHF, S, C, और Ku बैंड सहित कई फ्रिक्वेंसी बैंड का उपयोग करेगा। इसकी खासियत है कि यह नौसेना के युद्धपोतों, पनडुब्बियों, और विमानों के बीच सुरक्षित, तेज और विश्वसनीय आवाज, वीडियो और डेटा संचार की सुविधा प्रदान करेगा। यह उपग्रह भारतीय महासागरीय क्षेत्र, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप के आसपास और समुद्री क्षेत्रों में लगभग 2000 किलोमीटर की दूरी तक कनेक्टिविटी बढ़ाएगा।
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GSAT-7 की तुलना में बड़े और बेहतर
GSAT-7, जिसका वजन 2.65 टन था, भारतीय नौसेना के लिए पहला समर्पित सैन्य संचार उपग्रह था, जिसने 2013 में अपनी सेवाएँ देना आरंभ कीं। यह उपग्रह भारतीय महासागर क्षेत्र में नौसेना को सुरक्षित संचार क्षमता प्रदान करता था। GSAT-7R, जिसका वजन लगभग 4.4 टन है, न केवल इसका स्थान लेगा बल्कि अपनी उन्नत तकनीक और बड़े भार के कारण इसकी संचार क्षमता और कवरेज क्षेत्र को कई गुना बढ़ाएगा।



