Benefits of hanging mango leaf toran at home entrance- हिंदू धर्म में घर के मुख्य द्वार पर तोरण लगाने की परंपरा सदियों से प्रचलित है। इसे शुभता, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा के आगमन का प्रतीक माना जाता है। प्राचीन धार्मिक ग्रंथों और लोक मान्यताओं में यह बताया गया है कि तोरण लगाने से घर में देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है और वातावरण में पवित्रता बनी रहती है। विशेष अवसरों जैसे शादी, त्योहार या धार्मिक अनुष्ठान में तोरण का महत्व और भी बढ़ जाता है।
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आम के पत्तों वाले तोरण का विशेष महत्व
आम के पत्तों से बनाया गया तोरण विशेष रूप से शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, आम के पत्तों में प्राकृतिक औषधीय गुण होते हैं जो वातावरण को शुद्ध करते हैं और वायु में मौजूद नकारात्मक तत्वों को दूर करते हैं। यह पत्ते अपने हरे रंग और ताजगी के कारण घर में जीवन ऊर्जा और उत्साह का संचार करते हैं। दक्षिण भारत में इसे “मांगलिक तोरण” कहा जाता है और मंदिरों, घरों तथा पूजा स्थलों पर इसका नियमित उपयोग होता है।
धार्मिक मान्यताओं में तोरण का महत्व
स्कंद पुराण और गृह शांति से जुड़ी शास्त्रीय मान्यताओं में तोरण का वर्णन विशेष रूप से मिलता है। माना जाता है कि आम के पत्तों वाला तोरण भगवान गणेश, देवी लक्ष्मी और अन्य देवताओं को प्रसन्न करता है। जब भी घर में पूजा, व्रत या किसी नए काम की शुरुआत होती है, तोरण लगाना मंगलकारी और शुभ फल देने वाला माना जाता है। धार्मिक आचार्यों का कहना है कि यह परंपरा सिर्फ सजावट का माध्यम नहीं, बल्कि आस्था और आध्यात्मिक ऊर्जा का वाहक है।
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त्योहारों के समय तोरण लगाने की परंपरा
भारत में दीपावली, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, राम नवमी और विवाह के अवसर पर तोरण का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाता है। इन दिनों घर के मुख्य दरवाजे पर ताजे आम के पत्तों का तोरण डालने से मेहमानों और देवी-देवताओं का स्वागत शुभ संकेतों के साथ होता है। ग्रामीण इलाकों में तोरण सजावट का प्रमुख हिस्सा होता है, जबकि शहरी क्षेत्रों में डिज़ाइनर तोरण भी लोकप्रिय हो रहे हैं।