प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के ग्राहकों और व्यापारियों से स्वदेशी वस्त्रों और उत्पादों को खरीदने और बेचने की जोरदार अपील की है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी वस्तुएं चुनने से न केवल देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है, बल्कि इससे हमारे किसान, स्थानीय कारीगर और छोटे उद्यमी भी समर्थ होते हैं। मोदी ने यह बात हाल ही में एक सार्वजनिक सभा में कही जहां उन्होंने स्थानीय उत्पादों को अपनाने का संदेश दिया।
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स्वदेशी उत्पादों का आर्थिक महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि स्वदेशी चीजों की खरीद-फरोख्त से भारतीय बाजार में पैसों का बहाव विदेशों की बजाय हमारे देश में ही रुकता है। यह पैसों का स्थानीय पुनःव्यवसाय और रोजगार सृजन में मदद करता है। उन्होंने यह भी कहा कि “जब हम स्वदेशी उत्पाद खरीदते हैं, तब हम अपने देश की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देते हैं।” इस संदेश को मोदी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान से जोड़ा, जो देश में रोजगार और उत्पादन को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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हर दुकान पर ‘गर्व से कहो यह स्वदेशी है’ का बोर्ड
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से यह मांग की कि हर दुकान पर एक बोर्ड लगा होना चाहिए, जिस पर लिखा हो “गर्व से कहो, यह स्वदेशी है।” इस तरह का बोर्ड ग्राहकों को स्थानीय और स्वदेशी उत्पादों की ओर आकर्षित करेगा और स्वदेशी भावना को मजबूत करेगा। मोदी ने इसे एक जन आंदोलन के रूप में प्रचारित किया जिसमें व्यवसायी और ग्राहक दोनों मिलकर देश के उत्पादन को बढ़ावा दें।