ब्रिटेन की राजधानी लंदन में शनिवार को एक विशाल एंटी-इमिग्रेशन रैली आयोजित हुई, जिसमें लगभग 1 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। इस रैली का आयोजन राइट विंग एक्टिविस्ट टॉमी रॉबिंसन ने किया था, जिसे देश की अब तक की सबसे बड़ी दाईं ओर की रैलियों में से एक माना जा रहा है। रैली का मकसद था ब्रिटेन में आव्रजन कानूनों को और कड़ा करना।
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टॉमी रॉबिंसन की अगुआई वाले मार्च में हुई हिंसा
रैली के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक टकराव भी देखने को मिला। पुलिस ने 26 अधिकारियों के घायल होने और 25 लोगों की गिरफ्तारी की रिपोर्ट दी है। कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मियों पर बोतलें, फ्लेयर्स और अन्य वस्तुएं फेंकीं। पुलिस ने इस हिंसा को ‘‘स्वीकार्य नहीं’’ करार देते हुए कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
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प्रदर्शनकारियों के नारे और राजनीतिक विवाद
मार्च के दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने ‘‘हमारा देश वापस दो’’ जैसी घोषणाएं कीं और कई जगहों पर ब्रिटेन और इंग्लैंड के ध्वज दिखाए गए। इस रैली का व्यापक राजनीतिक प्रभाव पड़ा है और देश में इमिग्रेशन को लेकर बहस गर्मा गई है। विपक्ष और कुछ सामाजिक संगठनों ने इस रैली की निंदा की है जबकि समर्थक इसे देश के हित में बताया जा रहा है।