शुक्रवार का दिन भारतीय फार्मा कंपनियों के लिए बड़े झटके वाला रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रांडेड और पेटेंटेड फार्मा उत्पादों के इंपोर्ट पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। ट्रंप के मुताबिक, 1 अक्टूबर 2025 से यह टैरिफ लागू होगा और इसका मकसद अमेरिका में उत्पादन को बढ़ावा देना है। केवल उन्हीं कंपनियों को छूट मिलेगी जो अमेरिका में दवा निर्माण का प्लांट बना रही हैं या उसका निर्माण कार्य शुरू कर चुकी हैं
Trump’s pharma tariffs effect on Indian pharma stocks–भारतीय दवा कंपनियों पर सीधा असर
अमेरिका दवा निर्यात के लिहाज से भारतीय कंपनियों के लिए सबसे बड़ा बाजार है। भारत हर साल वहां अरबों डॉलर की दवाइयां भेजता है। ट्रंप के फैसले के बाद भारतीय कंपनियां जैसे डॉ. रेड्डीज़, सन फार्मा, लुपिन, और ऑरोबिंदो को बड़ा झटका लगा है। इन कंपनियों के शेयरों में आज 2 से 5% तक गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, टैरिफ मुख्य रूप से ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाओं पर लगाया गया है, लेकिन व्यापार विशेषज्ञों के अनुसार इसका असर जटिल जेनेरिक और विशेष दवाओं पर भी पड़ सकता है
.http://Amazon Festival sale 2025- 21% डिस्काउंट के साथ Amazone पर iQOO Neo 10R फ़ोन, देखें फीचर्स
शेयर बाजार में गिरावट और निवेशकों की चिंता
टैरिफ के ऐलान के बाद भारतीय शेयर बाजार में फार्मा कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली देखी गई। निफ्टी फार्मा इंडेक्स 2 फीसदी नीचे आ गया और समूचे सेक्टर में नकारात्मक माहौल रहा। निवेशक नई अमेरिकी नीति के चलते आगे और दबाव की आशंका से सतर्क दिखे। वित्तीय विश्लेषकों का कहना है कि यदि टैरिफ का दायरा आगे और बढ़ता है तो पूरी इंडस्ट्री के लिए चुनौती बढ़ सकती है.