माँ ने 2 साल के बेटे को तालाब में फेंका, फिर लगा ली फांसी; MP में खौफनाथ वारदात.

टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ थाना इलाके के केलपुरा गांव से एक बेहद दुखद खबर आई है। रविवार को यहां 26 वर्षीय महिला संतोषी राजपूत ने अपने दो साल के बेटे को तालाब में फेंक दिया और फिर उसी के पास लगे पेड़ से फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। यह घटना पूरे इलाके में शोक और हैरानी का कारण बनी है।

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घटना स्थल से मिली जानकारी और पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने घटनास्थल से बच्चे का शव तालाब से बाहर निकाला और महिला के शव को पेड़ से उतारकर बल्देवगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ कर मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि महिला और उसके पति के बीच अक्सर झगड़े होते थे, जो इस दुखद कदम की वजह बन सकते हैं।

परिवारिक तनाव की भूमिका और सामाजिक प्रभाव

स्थानीय लोग और पुलिस अधिकारियों का मानना है कि पारिवारिक विवाद के कारण महिला ने यह क्रूर कदम उठाया। इस घटना ने पूरे गांव में एक तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता भी इसे मानसिक स्वास्थ्य की गंभीर समस्या बताते हुए समय रहते हस्तक्षेप की जरूरत का एहसास कराते हैं।

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मानसिक स्वास्थ्य सहायता की जरूरत पर जोर

विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे मामलों में भावनात्मक और मानसिक काउंसलिंग की अहम भूमिका होती है। राज्य की स्वास्थ्य योजना में हेल्पलाइन नंबर 104 और टेली-मानस 14416 जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिन्हें आपातकालीन मानसिक सहायता के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस घटना ने तंत्रिका स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और पहुंच बढ़ाने की आवश्यकता पर बहस छेड़ दी है।

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