MP Singrauli Collector leaves NTPC official bungalow- सिंगरौली से बड़ी खबर – जिले के नवागत कलेक्टर गौरव बैनल ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिसने पूरे प्रशासनिक तंत्र और आम जनता के बीच नई चर्चा छेड़ दी है। कलेक्टर बैनल ने एनटीपीसी विंध्याचल के सुरक्षित और आलीशान सरकारी आवास को छोड़कर जनता के बीच रहने का निर्णय लिया है।
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15 साल बाद टूटी परंपरा
2008 में सिंगरौली जिला बनने के बाद से ही जिले के कलेक्टर और एसपी को एनटीपीसी परिसर में आवास मिलता रहा है। यह जगह आरामदायक तो थी, पर आम जनता की पहुंच से बहुत दूर थी। लगभग डेढ़ दशक से चली आ रही यह परंपरा अब टूट गई है क्योंकि कलेक्टर बैनल ने तय किया है कि जनता के प्रतिनिधि को जनता के बीच रहना चाहिए।
जनता के अपने कलेक्टर
गौरव बैनल का यह फैसला किसी प्रशासनिक आदेश या दबाव का परिणाम नहीं, बल्कि उनकी मानवीय संवेदनशीलता और जनसरोकारों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर का दरवाजा जनता के लिए खुला रहना चाहिए और इसके लिए भौगोलिक नहीं, भावनात्मक दूरी मिटाना ज़रूरी है।

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जनता में उमड़ा विश्वास
कलेक्टर के इस फैसले से जिला मुख्यालय बैढ़न में उत्साह का माहौल है। लोग कह रहे हैं “अब जनता का कलेक्टर सच में जनता के बीच है।” शुक्रवार को गौरव बैनल अपनी पत्नी के साथ नए सरकारी आवास पहुंचे, जहां उन्होंने स्वयं निरीक्षण किया और साफ-सफाई व व्यवस्था सुधार के निर्देश दिए।
नई सोच, नया संदेश
गौरव बैनल ने साबित कर दिया है कि नेतृत्व की असली ताकत पद में नहीं, बल्कि जनता के साथ खड़े होने की नीयत में होती है। उनका यह कदम न केवल एक प्रशासनिक बदलाव है, बल्कि एक संदेश भी है उन दलालों और प्रभावशाली वर्गों के लिए, जो अब तक सत्ता के साए में जनता की आवाज़ को दबाने की कोशिश करते रहे हैं।
सिंगरौली में नई उम्मीद की शुरुआत
लोगों का मानना है कि यह फैसला जिले में पारदर्शिता और निष्पक्ष प्रशासन की नई शुरुआत करेगा। गौरव बैनल अपने ईमानदार, निडर और जनहितैषी स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। अगर जनता भी अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझे, तो सिंगरौली उनके नेतृत्व में विकास की नई मिसाल बन सकता है।


