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Indian astronaut- शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास, 113 पृथ्वी चक्कर।

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर एक दिन में पृथ्वी के 113 चक्कर लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने यह दूरी तय कर धरती से चांद की दूरी की 12 गुना दूरी पूरी की। शुभांशु अब अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उनके इस ऐतिहासिक मिशन से भारत की अंतरिक्ष विज्ञान में उपलब्धियों को नई पहचान मिली है। देशभर में उनके परिवार और वैज्ञानिक समुदाय में खुशी की लहर है, और युवाओं के लिए वे प्रेरणा बन गए हैं।

भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर एक ही दिन में पृथ्वी के 113 चक्कर लगाकर न केवल देश, बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। उनका यह सफर वैज्ञानिकों और आम जनता के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है।

एक दिन में 113 बार पृथ्वी की परिक्रमा

शुभांशु शुक्ला ने आईएसएस पर रहते हुए महज 24 घंटों में पृथ्वी के 113 चक्कर लगाए। यह उपलब्धि अपने आप में अनूठी है, क्योंकि आमतौर पर आईएसएस हर 90 मिनट में पृथ्वी का एक चक्कर लगाता है। इस लिहाज से, 24 घंटे में इतनी बार पृथ्वी की परिक्रमा करना किसी भी अंतरिक्ष यात्री के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। इस दौरान उन्होंने जो दूरी तय की, वह धरती से चांद की दूरी की 12 गुना है, यानी लगभग 46 लाख किलोमीटर से भी अधिक।

अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने वाले पहले भारतीय

शुभांशु शुक्ला ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया है। वे अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के नाम था, जिन्होंने 1984 में सोयूज टी-11 मिशन के दौरान अंतरिक्ष में 7 दिन बिताए थे। शुभांशु ने इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए अंतरिक्ष में कई सप्ताह बिताए और विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लिया।

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वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधान में योगदान

आईएसएस पर शुभांशु शुक्ला ने कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोगों में हिस्सा लिया। उन्होंने सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण, जैव चिकित्सा, और पृथ्वी के पर्यावरणीय बदलावों पर शोध किया। उनके द्वारा किए गए प्रयोगों से न केवल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), बल्कि वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय को भी महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। उनके शोध का लाभ आने वाले अंतरिक्ष अभियानों और पृथ्वी पर जीवन की गुणवत्ता सुधारने में मिलेगा।

Distance traveled by astronaut Shubhanshu Shukla on ISS
Indian astronaut- शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास, 113 पृथ्वी चक्कर।

भारत की अंतरिक्ष यात्रा में नया अध्याय

शुभांशु शुक्ला की इस उपलब्धि ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा को एक नई दिशा दी है। यह मिशन भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बना है, जो विज्ञान और अंतरिक्ष क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। ISRO और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग से भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में लगातार प्रगति की है, और शुभांशु की यह उड़ान उसी कड़ी का हिस्सा है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की पहचान

शुभांशु शुक्ला की इस ऐतिहासिक उपलब्धि से भारत की अंतरराष्ट्रीय पहचान और मजबूत हुई है। अमेरिका, रूस, जापान और यूरोप के अंतरिक्ष यात्रियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हुए शुभांशु ने भारतीय वैज्ञानिक प्रतिभा का लोहा मनवाया। उनके द्वारा किए गए अनुसंधान और तकनीकी योगदान से अंतरराष्ट्रीय सहयोग को भी नई दिशा मिली है।

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परिवार और देशवासियों में खुशी की लहर

शुभांशु शुक्ला की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उनके परिवार और देशवासियों में खुशी की लहर है। उनके माता-पिता और परिजन ने इस मौके पर गर्व जताया और कहा कि शुभांशु की मेहनत और लगन ने पूरे देश का सिर ऊंचा किया है। देशभर के स्कूल-कॉलेजों में बच्चों ने उनके इस रिकॉर्ड की सराहना की और उन्हें अपना आदर्श बताया।

अंतरिक्ष में जीवन के अनुभव

शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में बिताए समय के अनुभव साझा करते हुए बताया कि वहां का वातावरण पृथ्वी से बिल्कुल अलग है। सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में काम करना, भोजन करना और सोना अपने आप में चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष में रहकर उन्होंने टीमवर्क, अनुशासन और तकनीकी दक्षता का नया अनुभव प्राप्त किया।

Tiwari Shivam

शिवम तिवारी को ब्लॉगिंग का चार वर्ष का अनुभव है कंटेंट राइटिंग के क्षेत्र में उन्होंने एक व्यापक समझ विकसित की है वे बहुराष्ट्रीय कम्पनियों व दुनिया के नामी स्टार्टप्स के लिये भी काम करते हैं वह गैजेट्स ,ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, स्पेस रिसर्च ,इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ,कॉर्पोरेट सेक्टर तथा अन्य विषयों के लेखन में व्यापक योग्यता और अनुभव रखते हैं|

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