मध्य प्रदेश में मॉनसून ने इस बार अपना उग्र रूप दिखाया है। बीते चार दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने प्रदेश के कई हिस्सों में जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के 21 से अधिक जिलों में रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। कई जगहों पर 8 इंच तक बारिश दर्ज की गई है और अगले 4-5 दिनों तक इसी तरह के मौसम की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में सक्रिय साइक्लोनिक सिस्टम के चलते बारिश का दौर अभी थमने वाला नहीं है।
Monsoon alert in MP- नदियों का जलस्तर बढ़ा, सड़कों पर पानी
लगातार बारिश के कारण नर्मदा, ताप्ती, बेतवा जैसी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। कई जिलों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है। उमरिया जिले में जोहिला डैम के गेट खोलने पड़े ताकि अतिरिक्त पानी छोड़ा जा सके। सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है, कई मार्ग बंद कर दिए गए हैं। ग्रामीण इलाकों में सैकड़ों परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सतर्क रहें।
स्कूलों की छुट्टियां, प्रशासन मुस्तैद
मौसम विभाग के अलर्ट के बाद भोपाल, इंदौर, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, उज्जैन, विदिशा समेत 28 से ज्यादा जिलों में स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव दलों को सक्रिय कर दिया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में नावों और मोटरबोट्स की मदद से लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है, कई जगह ट्रांसफार्मर और खंभे गिरने की खबरें हैं। बिजली विभाग की टीमें लगातार मरम्मत कार्य में जुटी हैं।

फसलों पर असर, किसानों की चिंता
भारी बारिश के चलते किसानों की चिंता बढ़ गई है। कई जगह खेतों में पानी भर जाने से खरीफ फसलों को नुकसान पहुंचा है। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए ही खेतों में काम करें और जरूरत पड़ने पर प्रशासन से संपर्क करें।
अगले कुछ दिन सतर्कता जरूरी
मौसम विभाग ने साफ किया है कि अगले 4-5 दिन राज्य के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। प्रशासन ने राहत सामग्री, भोजन और पानी की व्यवस्था पहले से कर ली है। लोगों से अपील की गई है कि वे मौसम की जानकारी पर नजर रखें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।