ओडिशा के पुरी जिले में एक बार फिर बाहर शांति, भीतर असुरक्षा का माहौल गहरा गया है। हाल ही की एक घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी जब एक युवती को तीन अज्ञात लोगों द्वारा आग के हवाले कर दिया गया। इस वारदात ने स्थानीय समाज, पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्कूल जाते वक्त हुआ हमला, असमंजस में स्थानीय लोग
जानकारी के अनुसार, यह दुखद घटना उस वक्त हुई जब युवती अपनी दोस्त के घर जा रही थी। अचानक रास्ते में तीन अज्ञात हमलावरों ने उसे घेर लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि हमलावरों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है और घटना के तत्काल बाद वे मौके से फरार हो गए। हमलावरों की मंशा क्या थी, इसका खुलासा प्राथमिक जांच में नहीं हो पाया है, जिससे इलाके में डर का माहौल फैल गया है।
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त्वरित चिकित्सा सहायता, अस्पताल में भर्ती, हालत गंभीर
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग युवती को गंभीर हालत में पुरी के पीपिली अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरी टीम ने तेजी से इलाज शुरू किया, परंतु युवती की स्थिति अब भी नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार उसके शरीर का बड़ा हिस्सा जल चुका है, जिससे जटिलताएं और बढ़ गई हैं। फिलहाल मेडिकल टीम उसकी जान बचाने का हरसंभव प्रयास कर रही है।
जांच में जुटी पुलिस, जिम्मेदारों की तलाश तेज
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और छानबीन शुरू कर दी। टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाए और इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम शुरू किया है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि जल्द ही दोषियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्त में लिया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई है, जो वारदात के हर पहलू की गहन जांच कर रही है।
बढ़ती घटनाओं से समाज में डर, प्रशासन पर दबाव
यह पहली बार नहीं है जब ओडिशा या पुरी जिले में इस प्रकार की गंभीर घटना सामने आई है। पिछले कुछ महीनों में क्षेत्र में महिलाओं पर अत्याचार और हमलों की वारदातों में वृद्धि देखी गई है। इससे महिलाओं और उनके परिवार में असुरक्षा की भावना और गहरा गई है। स्थानीय सामाजिक संगठनों और नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से जल्द से जल्द कदम उठाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
राज्य सरकार ने दिए सख्त कार्रवाई के संकेत
घटना की खबर फैलने के बाद राज्य सरकार भी हरकत में आई है। अधिकारियों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने प्रदेश पुलिस को निर्देश दिए हैं कि मामले में किसी प्रकार की ढिलाई अनुशासनहीनता मानी जाएगी। सरकार ने इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग के लिए एक विशेष सेल भी गठित किया है, जो जांच की प्रगति पर सीधा नजर रखेगी।