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भारत सरकार ने बनाई दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल लाइब्रेरी, उठाइए मुफ्त में लाभ 

NDLI multilingual books collection-राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया (NDLI) भारतीय शिक्षा मंत्रालय और IIT खड़गपुर के संयुक्त प्रयास से विकसित एक प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। इस प्लेटफॉर्म पर 100 मिलियन से अधिक किताबें, लेख, ऑडियो-वीडियो लेक्चर्स, शोध प्रबंध और अन्य शैक्षिक सामग्री संग्रहित हैं, जो अनेक स्रोतों से एकत्रित की गई है।

भाषाओं की बहुलता

NDLI पर सामग्री 70 से अधिक भाषाओं में उपलब्ध है, जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, गुजराती, मराठी, उर्दू, कन्नड़ और अन्य कई भारतीय भाषाएं शामिल हैं। इस बहुभाषी पोर्टल का उद्देश्य देश की विविध भाषाई जरूरतों को पूरा करना है, ताकि सभी क्षेत्रों के विद्यार्थी और शोधकर्ता अपनी मातृभाषा में पढ़ाई कर सकें।

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विविध विषयों की उपलब्धता

NDLI में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इतिहास, कला, समाज शास्त्र, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, कृषि, कानून, दर्शनशास्त्र, भाषा साहित्य, गणित, भूगोल, पर्यावरण अध्ययन, इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर विज्ञान, और कई अन्य विषयों पर सामग्री उपलब्ध है। इसके अलावा, स्कूल स्तर से लेकर पोस्टग्रेजुएट और डॉक्टरेट स्तर तक के पाठ्यक्रम के लिए संसाधन प्रदान किए गए हैं।

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शिक्षा के हर स्तर के लिए संसाधन

छात्र, शिक्षक, शोधकर्ता और व्यवसायिक लोग सभी NDLI की मदद से अपने अध्ययन और शोध को बेहतर बना सकते हैं। यहां स्कूल शिक्षा के साथ ही कॉलेज और विश्वविद्यालय के लिए भी विस्तृत सामग्री है। डिजिटल साक्षरता, भाषा कौशल, तकनीकी ज्ञान, और व्यावसायिक क्षमताओं को विकसित करने वाली सामग्री भी यहां शामिल है।

उपयोग में सरलता एवं मुफ्त पहुंच

इस पोर्टल का उपयोग करना बेहद आसान है। एंड्रॉइड और iOS दोनों प्लेटफार्म पर उपलब्ध मोबाइल ऐप के साथ ही वेबसाइट पर भी यह सेवा सक्रिय है। केवल एक बार पंजीकरण कर के कोई भी व्यक्ति बिना कोई शुल्क चुकाए, किसी भी समय, कहीं से भी इस विश्वसनीय पुस्तकालय का उपयोग कर सकता है।

छात्रों के लिए वरदान

गांव-शहर, खुद पढ़ाई करने वाले और शिक्षकों के लिए यह प्लेटफॉर्म सचमुच क्रांतिकारी है। जहां पहले दूरदराज़ इलाकों में संसाधनों की कमी थी, वहीं अब मात्र इंटरनेट कनेक्शन होने पर सब कुछ उपलब्ध है। परीक्षा की तैयारी, शोध कार्य या नई स्किल सीखने के लिए यह एक अनमोल सहायता है।

निरंतर विकास और बढ़ती पहुंच

NDLI रोजाना नए संसाधनों से विस्तार कर रही है। सरकारी और शैक्षणिक संस्थानों की पुस्तकालयों, रिसर्च संस्थानों, और अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से लगातार नई सामग्री जोड़ी जा रही है। इसके कारण इसका उपयोगकर्ता आधार तेजी से बढ़ रहा है और यह भारत ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण संसाधन बन चुकी है।

विशाल पुस्तक संग्रह और बहुभाषी सामग्री

एनडीएलआई में 10 करोड़ से अधिक शिक्षण, शोध और अध्ययन-संबंधित संसाधन उपलब्ध हैं। इनमें न केवल टेक्स्टबुक, बल्कि शोध प्रबंध, ऑडियो, वीडियो लेक्चर, लेख, और इंटरैक्टिव कोर्स भी शामिल हैं। यह सामग्री 70 से अधिक भारतीय और विदेशी भाषाओं में उपलब्ध है, जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, उर्दू, गुजराती, मराठी समेत कई प्रमुख भाषाएं शामिल हैं। इस बहुभाषी संरचना की वजह से यह प्लेटफॉर्म देश के विभिन्न क्षेत्रों की बहु-भाषी शिक्षा आवश्यकताओं को सहजता से पूरा करता है।

विषयों की विस्तृत विविधता

एनडीएलआई में विज्ञान, गणित, प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, कृषि, इंजीनियरिंग, सामाजिक विज्ञान, इतिहास, कला, दर्शनशास्त्र, भाषा एवं साहित्य, कानून, पर्यावरण अध्ययन, और सूचना विज्ञान जैसे 100 से अधिक विषयों पर क़िताबें और अध्ययन सामग्री मौजूद हैं। कुल मिलाकर स्कूल से लेकर उच्च शिक्षा, शोध और व्यावसायिक प्रशिक्षण तक हर स्तर की जरूरतों को पूरा करने वाले हजारों कोर्सेज़ और संसाधन इस डिजिटल लाइब्रेरी का हिस्सा हैं।

शिक्षा के हर स्तर के लिए उपयुक्त सामग्री

छात्र, शिक्षक, शोधकर्ता, और सामान्य पाठक इस प्लेटफार्म से अपनी शिक्षा या शोध के लिए उपयुक्त सामग्री खोज सकते हैं। 9वीं कक्षा के विद्यार्थी के लिए “मैग्नेटिज्म” विषय पर सामग्री अलग होगी और पीजी स्तर के शोधकर्ता के लिए उसी विषय पर विस्तृत एवं उन्नत जानकारी। यह निजीकरण शिक्षण को और प्रभावी बनाता है।

पूरी तरह से मुफ्त और सुलभ

एनडीएलआई वेबसाइट (ndl.gov.in) और मोबाइल ऐप दोनों पर उपलब्ध है। इसका उपयोग करने के लिए कोई शुल्क नहीं लगता, यह पूरी तरह फ्री है। इंटरनेट के माध्यम से कहीं से भी 24×7 यह सेवा उपलब्ध है और यूजर फ्रेंडली इंटरफेस से इसे आसानी से एक्सेस किया जा सकता है। छात्रों को केवल एक बार रजिस्टर करना होता है, जिसके बाद वे अपनी ज़रूरत के अनुसार लाखों संसाधनों तक पहुंच सकते हैं।

ग्रामीण और दूरदराज इलाकों के लिए वरदान

जहां पहले गुणवत्ता वाली पुस्तकालय सुविधाएँ शहरों तक सीमित थीं, वहीं अब एनडीएलआई ने पूरे देश के विद्यार्थियों को डिजिटल माध्यम से जोड़ दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र भी अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर से उच्च गुणवत्ता की पढ़ाई सामग्री पा रहे हैं। इससे शिक्षा की समता और समान अवसर की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ा है।

शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से विकसित

इस लाइब्रेरी में कंटेंट अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से संग्रहित किया जाता है। सरकारी संस्थान, विश्वविद्यालय, रिसर्च संस्थान और डिजिटल कंटेंट प्रदाता मिलकर इसे लगातार अपडेट करते रहते हैं। इसका मतलब है कि यूजर्स को हमेशा नवीनतम और प्रामाणिक ज्ञान उपलब्ध होता है।

Tiwari Shivam

शिवम तिवारी को ब्लॉगिंग का चार वर्ष का अनुभव है कंटेंट राइटिंग के क्षेत्र में उन्होंने एक व्यापक समझ विकसित की है वे बहुराष्ट्रीय कम्पनियों व दुनिया के नामी स्टार्टप्स के लिये भी काम करते हैं वह गैजेट्स ,ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, स्पेस रिसर्च ,इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ,कॉर्पोरेट सेक्टर तथा अन्य विषयों के लेखन में व्यापक योग्यता और अनुभव रखते हैं|

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