Madhya Pradesh

Latest breaking news in Singrauli-निर्वाचीत सरपंच ने स्टांप पर फर्जी तरीके से लिखकर कांग्रेस नेता रूपेश चंद्र पांडेय के नाम कर दी सरपंची बर्खास्त?

Click Now

सिंगरौली-सिंगरौली जिले के तमाम ग्राम पंचायतों में आदिवासी सरपंच चुनाव में जीत तो गए हैं लेकिन गांव के दबंग उन्हें सरपंची  नहीं करने दे रहे हैं ताजा मामला सामने आया है वैढ़न जनपद के डिग्घी ग्राम पंचायत का जहाँ पर निर्वाचित सरपंच मुन्नी कोल के द्वारा स्टांप पेपर पर लिखकर पांच फर्जी  गवाहों के सामने अपनी सरपंची के दौरान कराए जाने वाले सभी कार्यों कि जो जिम्मेदारी है रूपेश  चंद्र पांडेय  को सुपुर्द कर  दी गई  है बताते चलें कि रूपेश चंद्र पांडेय  कांग्रेस के नेता भी हैं ये अपने आपको  अधिमान्य पत्रकार भी लिखते  हैं इसके साथ भी यह   डिग्घी  एवं पिपराझांपी ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच भी रह चूके हैं पिपराझांपी ग्राम पंचायत में जब ये सरपंच थे तो वहाँ पर भी इनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप हैं जिसकी जांच वर्तमान में की जा रही है|

क्या है पूरा मामला?

गौरतलब है कि श्रीमती मुन्नी कोल जो कि  डिग्घी  ग्राम पंचायत के निर्वाचित सरपंच हैं उनके द्वारा दिनांक 22/06/2024 को एक शपथ पत्र तैयार करवाया गया था जिसमें की पांच गवाहों के सामने   डिग्घी  सरपंच मुन्नी कोल ने बकायदा स्टांप पेपर पर लिखकर गया हस्ताक्षर किया है और यह शपथ लिया है की ग्राम पंचायत  डिग्घी  के निर्माण कार्य जैसे रोड, पीसीसी, नाली ,पुलिया ,चेकडैम इत्यादि कार्यों को अपने कार्यकाल तक कराये जाने हेतु पांच गवाहों के समक्ष रूपेश चंद्र पांडेय पिता स्वर्गीय सभापति राम पांडेय निवासी ग्राम  डिग्घी  को अधिकृत किया गया है|

Singrauli news
जिला पंचायत सीईओ सिंगरौली के द्वारा डिग्घी सरपंच को जारी किया गया बर्खास्तगी का नोटिस।

जिला पंचायत सीईओ ने जारी किया बर्खास्तगी का नोटिस 

 डिग्घी  ग्राम पंचायत की वर्तमान सरपंच मुन्नी कोल के द्वारा यह जो कृत्य किया गया है इसकी शिकायत बकायदा जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र सिंह नागेश के पास की पहुंची जिसके बाद कार्यवाही करते हुये जिला  पंचायत सीईओ के द्वारा  डिग्घी  सरपंच मुन्नी कोल  को मध्यप्रदेश पंचायत राज़ एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1992 की धारा 40 के तहत कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है और प्रथा उनसे पूछा गया है कि आखिर आप को बर्खास्त क्यों ना किया जाए क्योंकि अगर कोई वर्तमान सरपंच अपनी पूरी सरपंची को स्टांप पर लिखकर दूसरे को सौंप देता है तो यह गंभीर कदाचार एवं भ्रष्टाचार की श्रेणी मेंआता है तथा सरपंच के कर्तव्यों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही प्रदर्शित करता है वर्तमान में इस मामले पर जिला पंचायत सीईओ की अदालत में सुनवाई जारी है|

आदिवासियों की हिमायती बनती है कांग्रेस लेकिन ये क्या?

एक तरफ तो कांग्रेस का आलाकमान पिछड़ी जातियों एवं आदिवासियों का बड़ा हिमायती बनता है और वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता रूपेश चंद्र पांडेय आदिवासियों के अधिकार और उनके हक को छीनने का पूरा प्रयास ही नहीं कर रहे हैं बल्कि हर स्तर से प्रयास कर रहे हैं इसी सिलसिले में उन्होंने बकायदा स्टांप पेपर तैयार करवाकर पांच गवाहों के समक्ष मुन्नी कोल  से हस्ताक्षर भी करवा लिये थे ताकि जब तक मुन्नी कोल  डिग्घी ग्राम पंचायत की सरपंच रहें  तब तक वह यहाँ पर मलाई खा सकें और जमकर भ्रष्टाचार कर सकें  क्योंकि जब भी कोई इस तरह से कूटरचित तरीके से वर्तमान सरपंच या निर्वाचित सरपंच से हस्ताक्षर करवाता है तो उसकी मंशा समाज सेवा या फिर गांव के हित करने की नहीं होती है उसकी मंशा भ्रष्टाचार करने की ही होती है|

पूर्व ग्राम पंचायत में भी सरपंच रहने के दौरान किया था भ्रष्टाचार

जिला पंचायत कार्यालय  सिंगरौली से प्राप्त जानकारी के अनुसार  रूपेश चंद्र पांडेय का भ्रष्टाचार से पुराना नाता है यह  जब पूर्व में ग्राम पंचायत पिपराझांपी के सरपंच थे तब भी यहाँ पर उन्होंने जमकर भ्रष्टाचार किया था इसकी शिकायत भी ग्रामवासियों के द्वारा जिला पंचायत सीईओ के पास की गई थी उस दौरान जिला पंचायत के सीईओ हुआ करते थे साकेत मालवीय जो बाद में सीधी के कलेक्टर बने और फिलहाल कर्मचारी चयन आयोग के  डायरेक्टर हैं उस दौरान भी रुपेश चंद्र पांडेय के द्वारा जांच अधिकारियों के साथ मिलकर जांच को दबा दिया गया था लेकिन अब पुनः जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र सिंह नागेश के द्वारा जांच करने के आदेश दिए गए हैं जिसकी जांच जारी है अगर अच्छे से जांच होगी तो वहाँ पर लाखों रुपये का भ्रष्टाचार सामने आएगा|

अपने भतीजे को बना दिया गवाह

गौरतलब है कि रुपेश चंद्र पांडेय के द्वारा जो स्टांप पेपर तैयार करवाया गया है जिसने पांच गवाह शामिल हैं उनमें से एक इनके भतीजे  अविनाश पांडे भी हैं  यह डिग्घी के उपसरपंच भी हैं  बताते चलें कि ऐसे कामों में यह  अपने भतीजे अविनाश पांडेय को ही आगे कर देते हैं औरउनको गवाह बना देते हैं चाहे फर्जी एफआईआर करने की बात हो या इसी तरह से सरपंचों को बहला फुसलाकर या डरा धमकाकर उनके पावर की बात होया कुछ फर्जी गवाह बड़ी आसानी से तैयार करवा लेते हैं|

बर्खास्त होने के कगार पर  डिग्घी  सरपंच

इस घटना की शिकायतजब जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र सिंह नागेश के पास पहुंची तब उन्होंने मध्य प्रदेश पंचायत राज़ एवं ग्रामीण स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 40 के तहत  डिग्घी  सरपंच मुन्नी कोल को बर्खास्तगी का नोटिस भी जारी किया है गौरतलब है कि पंचायत राज़ एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 के प्रावधनों के अनुरूप किसी भी सरपंच का यह कृत्य की वह स्टांप पेपर पर लिखकर किसी दलाल को अपनी सरपंची की पूरी शक्ति दे दे या गंभीर कदाचार की श्रेणी में आता है और कर्तव्यों के निर्वहन में भी गंभीर भ्रष्ट कृत्य प्रदर्शित करता है  इसी सिलसिले में जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र सिंह नागेश ने मुन्नी कोल को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि क्यों ना आपको पंचायतराज से एवं ग्राम स्वराज अधिनियम की धारा 40 में विहित प्रावधनों के तहत क्यों न बर्खास्त किया जाए?

अब तक नहीं हुआ है मुकदमा दर्ज

कानून के मुताबिक कांग्रेस नेता ,डिग्घी व ग्राम पंचायत पिपरा झांपी  के पूर्व सरपंच व पत्रकार रुपेश चंद्र पांडेय के द्वारा यह जो कृत्य किया गया है वह  गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि जिला पंचायत सीईओ के द्वारा रूपेश चंद्र पांडेय  के ऊपर इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया गया है  अथवा नहीं|

कई गांवों में दलाल कर रहे हैं सरपंची

यह एक पहला मामला है जिसमें कार्यवाही चल रही है वैढ़न  जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत गड़हरा ग्राम पंचायत पिपराझांपी भी ऐसे गांव हैं जहाँ पर जो निर्वाचित सरपंच हैं वहाँ पर सरपंच नहीं बल्कि दलाल सरपंची कर रहे हैं हालांकि इसमें वर्तमान सरपंच भी पाक साफ नहीं है उनके द्वारा ही अपनी सरपंची की सारी शक्ति उन दलालों को सुपुर्द कर दी जाती है जो इन्हें डराने धमकाने में सफल हो जाते हैं और आप सोच ही सकते हैं कि जब सरपंच की जगह दलाल सरपंच ही करें तो उस गांव का कितना विकास होगा और कितना सही काम होगा|

Tiwari Shivam

शिवम तिवारी को ब्लॉगिंग का चार वर्ष का अनुभव है कंटेंट राइटिंग के क्षेत्र में उन्होंने एक व्यापक समझ विकसित की है वे बहुराष्ट्रीय कम्पनियों व दुनिया के नामी स्टार्टप्स के लिये भी काम करते हैं वह गैजेट्स ,ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, स्पेस रिसर्च ,इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ,कॉर्पोरेट सेक्टर तथा अन्य विषयों के लेखन में व्यापक योग्यता और अनुभव रखते हैं|

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Index