केंद्र सरकार की नई योजना के तहत देश के दो बड़े बैंक विलय की तैयारी कर रहे हैं, जिससे बैंकिंग क्षेत्र को और मजबूत और प्रतिस्पर्धी बनाया जाएगा। यह कदम भारतीय बैंकिंग इतिहास में एक बड़ा बदलाव होगा और उद्देश्य वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने वाले बड़े बैंक खड़े करना है। फिलहाल, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) 43वें स्थान पर है जबकि निजी क्षेत्र का बैंक, HDFC बैंक, 73वें स्थान पर है, जो दोनों विश्व के शीर्ष 100 बैंकों में शामिल हैं।
भारतीय स्टेट बैंक की वैश्विक स्थिति
भारतीय स्टेट बैंक को वैश्विक स्तर पर परिसंपत्तियों के आधार पर 43वां स्थान मिला है, जो पिछले वर्षों में इसकी प्रगति को दर्शाता है। एसबीआई ने विश्व के बड़े बैंकिंग संस्थानों के बीच अपनी पकड़ मजबूत की है, और यह भारत की वित्तीय प्रतिष्ठा का महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है। एसबीआई की यह उपलब्धि भारत के आर्थिक विकास और बैंकिंग क्षेत्र की मजबूती को भी दर्शाती है।
निजी क्षेत्र में HDFC बैंक की उन्नति
HDFC बैंक ने वैश्विक रैंकिंग में 73वां स्थान प्राप्त किया है, जो उसकी निरंतर प्रगति को दर्शाता है। यह बैंक अपनी सेवा, विस्तार और वित्तीय प्रदर्शन के जरिए भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। HDFC बैंक की यह उपलब्धि भारतीय निजी क्षेत्र की ताकत और ग्लोबल बैंकिंग में प्रतिस्पर्धा की क्षमता को भी दर्शाती है।