देश के सर्वोच्च न्यायालय परिसर में मंगलवार को एक अप्रत्याशित घटना घटित हो गई जब एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की। यह घटना कोर्ट की कार्यवाही के दौरान हुई, जिससे न्यायिक गलियारों में हड़कंप मच गया। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए वकील को रोक लिया। घटना के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया।
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चीफ जस्टिस गवई ने नियंत्रण और संयम का परिचय दिया
घटना के बाद चीफ जस्टिस बीआर गवई ने जिस तरह का संयम और धैर्य रखा, उसकी कानूनी विशेषज्ञों से लेकर आम जनता तक सराहना हो रही है। गवई ने कोर्ट में अराजकता फैलने से बचते हुए कार्यवाही को प्रभावित नहीं होने दिया। उन्होंने तुरंत सुरक्षा अधिकारियों और बार काउंसिल को निर्देश दिए कि कोर्ट परिसर में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए, ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो।
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कमलताई गवई ने घटना पर जताई गहरी नाराज़गी
चीफ जस्टिस बीआर गवई की 84 वर्षीय मां कमलताई गवई ने घटनाक्रम पर गहरी निंदा जताई। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “यह संविधान पर हमला है। मैं इस घटना की कठोर भर्त्सना करती हूं।” कमलताई गवई का बयान पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है, और उनकी प्रतिक्रिया पर राजनीतिक एवं सामाजिक जगत की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। उन्होंने न्यायपालिका की गरिमा की रक्षा के लिए सभी से संयम और सम्मान बरतने की अपील की।



