MP Monsoon- मध्यप्रदेश के 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, नदियों का जलस्तर बढ़ा!

मध्यप्रदेश में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय है और मौसम विभाग ने 45 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जबलपुर, सागर, छतरपुर, कटनी सहित कई जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि भोपाल और इंदौर में मध्यम बारिश हो सकती है। अब तक प्रदेश में 74% से अधिक बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। कई जगहों पर जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।

मध्यप्रदेश में मॉनसून इस बार पूरी ताकत के साथ सक्रिय है। मौसम विभाग ने शनिवार को प्रदेश के 45 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर जबलपुर, सागर, छतरपुर, कटनी, रायसेन, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं भोपाल और इंदौर में मध्यम बारिश का अनुमान है। इस सीजन में अब तक राज्य में 74% से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है, जो सामान्य से काफी अधिक है।

MP Monsoon- बढ़ा खतरा

बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान जरूर लौटाई है, लेकिन कई जिलों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात भी बन गए हैं। सिवनी, छतरपुर, उमरिया, सतना, कटनी समेत कई जगहों पर नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के घाट जलमग्न हो चुके हैं, तो मंडला में बाढ़ से जनहानि की खबरें भी सामने आई हैं। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।

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मौसम विभाग की चेतावनी और प्रशासन की तैयारी

मौसम विभाग ने 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और कई अन्य जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक, झारखंड और छत्तीसगढ़ की ओर से आ रहे निम्न दबाव क्षेत्र के कारण प्रदेश में बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

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बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

लगातार बारिश के चलते कई शहरों में सड़कें जलमग्न हो गई हैं और यातायात प्रभावित हुआ है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर समेत अन्य शहरों में जलभराव की वजह से स्कूल और दफ्तरों में उपस्थिति कम देखी जा रही है। बिजली आपूर्ति भी कई जगह बाधित हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में फसलें भी प्रभावित हो रही हैं, हालांकि धान और सोयाबीन की बुवाई के लिए यह बारिश फायदेमंद मानी जा रही है।

अगले कुछ दिन और भारी

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 13 से 17 जुलाई तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। सार्वजनिक निर्माण विभाग और नगर निगमों को अलर्ट पर रखा गया है ताकि जलभराव और बाढ़ से निपटने में कोई दिक्कत न हो। प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और अफवाहों से बचें।

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