Haryana IPS Y Puran Kumar case update-चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित सरकारी आवास में मंगलवार को हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार 52 वर्ष की आयु में गोली लगने से मृत पाए गए, जिससे पुलिस महकमे में गहरा सदमा है. अधिकारी के पास से वसीयत और एक विस्तृत “फाइनल नोट” मिलने की पुष्टि हुई है, जबकि परिवार और विभागीय स्तर पर आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं. जापान दौरे से लौटी उनकी पत्नी और हरियाणा काडर की आईएएस अमनीत पी. कुमार ने हरियाणा डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तुरंत गिरफ्तारी की मांग वाली शिकायत चंडीगढ़ पुलिस को सौंपी है.
क्या हैं मुख्य आरोप
अधिकारी द्वारा छोड़े गए आठ से नौ पन्नों के “फाइनल नोट” में जाति-आधारित भेदभाव, लक्षित मानसिक प्रताड़ना, सार्वजनिक अपमान और प्रशासनिक अत्याचार जैसी गंभीर बातें दर्ज बताई गई हैं. नोट में कई सेवारत और सेवानिवृत्त वरिष्ठ आईपीएस व आईएएस अधिकारियों की भूमिका का उल्लेख किया गया है और लगातार गैर-जरूरी नोटिसों व प्रतिकूल कार्रवाई से मानसिक दबाव का आरोप लगाया गया है. पत्नी की शिकायत के अनुसार कथित रूप से एक “साजिश” के तहत रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में 06 अक्टूबर 2025 को दर्ज एफआईआर नं. 0319/2025 के सहारे अधिकारी को फंसाने की कोशिश हुई, जिसके चलते स्थिति असहनीय हो गई
7 Gen3 प्रोसेसर वाला OnePlus फ़ोन, अब सबसे सस्ते दामों में
रोहतक एफआईआर का विवाद
रोहतक पुलिस ने एक शराब कारोबारी की शिकायत पर कथित उगाही प्रकरण में अधिकारी के एक सहयोगी सुशील कुमार को गिरफ्तार किया, और प्रकरण में वाई. पूरन कुमार का नाम चर्चा में आया जिससे वे विचलित बताए गए. पत्नी का कहना है कि इस एफआईआर में उनके पति को योजनाबद्ध तरीके से जोड़ा जा रहा था, जिसे उन्होंने “गलत” और “मनगढ़ंत” ठहराया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, संबंधित एफआईआर को अभी ऑनलाइन अपलोड नहीं किया गया था, जबकि आठ पन्नों के नोट में मानसिक प्रताड़ना की विस्तृत बातें होने का जिक्र है
6500mAh बैटरी और 200MP कैमरा के साथ Vivo का बेहतरीन फ़ोन,
डीजीपी और एसपी का पक्ष
एक प्रमुख रिपोर्ट के अनुसार डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एसपी नरेंद्र बिजारनिया से संपर्क की कोशिशों पर प्रतिक्रिया नहीं मिली, जबकि एक वरिष्ठ अधिकारी ने आरोपों को भ्रष्टाचार पर कड़े प्रहार की प्रतिक्रिया बताया. अन्य रिपोर्ट्स में एसपी बिजारनिया का कहना उद्धृत है कि रोहतक पुलिस ने वाई. पूरन कुमार को न तो आरोपी बनाया, न ही जांच के लिए तलब किया, और मामला तथ्य व साक्ष्यों पर आधारित है. एसपी ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ की गई शिकायत की जांच चंडीगढ़ पुलिस कर रही है और उन्हें निष्पक्ष जांच पर पूरा भरोसा है.
जांच की स्थिति
जांच एजेंसियों ने स्थल से वसीयत और “फाइनल नोट” मिलने, सीसीटीवी फुटेज विश्लेषण, फॉरेंसिक टीम द्वारा बरामदगी और मेडिकल बोर्ड के गठन जैसी प्रक्रियाओं की पुष्टि की है. परिवार ने पोस्टमॉर्टम पर तब तक आपत्ति जताई है जब तक नामजद अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू न हो, जबकि पुलिस कहती है कि नोट और उसमें किए गए आरोपों की विधिवत जांच जारी है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक घटना में सर्विस रिवॉल्वर के इस्तेमाल और आवास के बेसमेंट में शरीर मिलने की बात सामने आई थी, जिसने पूरे प्रकरण को और संवेदनशील बना दिया है