illegal possession of property in india-भूस्वामी हो जाएं सावधान क्योंकि अगर यह 7 चीजें साबित होने पर  जिसकी जमीन उसी का  पट्टा,

illegal possession of property in india-बहुत सारे भू स्वामियों को यह भ्रम होता है की अगर कोई व्यक्ति उनके संपत्ति पर कब्जा करके बैठा हुआ है तो उनके पास जो पट्टे का कागज है उसे दिखाकर कभी भी उसे कब्जे से हटवा सकते हैं लेकिन यह सिर्फ एक भ्रम है अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो आपके हादसे वो संपत्ति निकल सकती है क्योंकि माननीय सर्वोच्च न्यायालय का इस संबंध में निर्णय है इसलिए आइये आपको बताते हैं कि कैसे आप अपने प्रॉपर्टी को सुरक्षित रख सकते हैं और कब्जा हटवा सकते हैं|

illegal possession of property in india-अगर आप किसी संपत्ति के मालिक हैं चाहे वह घर हो या जमीन उस पर किसी व्यक्ति ने अनाधिकृत कब्जा करके रखा है और अगर आप नियत समय तक उस पर कोई ऐक्शन नहीं लेते हैं और जो हम आपको नीचे बता रहे है वो सात बातें कब्जाधारी व्यक्ति साबित कर देता है तो वह जमीन या संपत्ति उस व्यक्ति के नाम हो जाएगी अगर आप यह सोच रहे हैं कि आपके पास जो पट्टा है उस दस्तावेज के आधार पर यह साबित करेंगे कि वह संपत्ति आपकी है तो आप गलत हैं आप यह साबित नहीं कर सकते|

Steps to reclaim property from illegal occupants

How to gate bail in india-BNSS के तहत  क्रिमिनल केस में मजिस्ट्रेट कोर्ट से आरोपी को जमानत कैसे मिलती है

illegal possession of property in india-माननीय सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय 

 माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने इस संबंध में एक निर्णय दिया है कि जो कि लैंडमार्क के जजमेंट बन चुका है इसका फायदा उन कब्जाधारियों को होगा जिन्होंने जमीन पर या प्रॉपर्टी पर कब्जा करके रखा है तो अगर आप अपनी संपत्ति को सुरक्षित रखना चाहते हैं महफूज रखना चाहते हैं तो हम यहाँ पर बे साथ बातें बता रहे हैं जो कि आपको नहीं करनी चाहिए अगर आप ऐसा करते हैं और सामने वाला व्यक्ति इसे सिद्ध कर देता है तो वह संपत्ति उसकी हो जाती है|

Rights of legal property owners in India

How to deal with a false POCSO case-संबंध बनाने से ही नहीं लगेगा पॉस्को ऐक्ट दिल्ली हाईकोर्ट का महत्वपूर्ण निर्णय 

illegal possession of property in india-कब्जाधारी को मालिक की जानकारी हो

 पहली स्थिति यह है कि जीस व्यक्ति ने कब्जा किया है उस व्यक्ति को भलीभाँति इस बात की जानकारी होनी चाहिए की जो जमीन या संपत्ति है वह किसकी है उसका कानूनी मालिक कौन है अगर किसी ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके रखा है तो  तो यह निर्णय सरकारी जमीन के कब्जे पर लागू नहीं होगी लेकिन अगर किसी व्यक्तिगत व्यक्ति के जमीन या घर पर उस व्यक्ति ने कब्जा किया है और उसको उसके मालिक के विषय में सारी जानकारी है और लंबे समय तक कब्जा है तो वह व्यक्ति उस संपत्ति का मालिक हो सकता है|

Mediation versus litigation in property disputes

What is police custody and judicial custody-पुलिस कस्टडी और ज्यूडिशियल कस्टडी क्या होती है कैसे मिलती है जानिये|

illegal possession of property in india-कब्जा हटवाने के लिए नहीं किया गया कोई प्रयास

 अगर किसी भी संपत्ति के ऊपर किसी दूसरे व्यक्ति ने कब्जा करके रखा है और बतौर संपत्ति के मालिक आपके द्वारा किसी भी प्रकार का ऐसा कोई भी प्रयास नहीं किया गया की आप उस कब्जे को हटवाएं तो यह संपत्ति उस व्यक्ति के नाम हो जायेगी और उसे यह साबित करने में काफी आसानी होगी कि सामने वाले व्यक्ति यानी की संपत्ति के मालिक को किसी भी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं है और आपत्ति नहीं है इसलिये  उन्होंने कहीं भी इसकी शिकायत नहीं की और ना ही इस पर कोई ऐक्शन लिया कि कब्जा हटाया जाए|

Evidence required to prove ownership of property

illegal possession of property in india-12 साल तक कब्जा  रहे बरकरार

 अगर किसी व्यक्ति का जमीन पर कब्जा 12 साल तक बरकरार रहता है तो यह है कि वह संपत्ति उसी की है चाहे जमीन हो या घर यहाँ पर आप प्रॉपर्टी से घर और जमीन दोनों को समझिए तो अगर इतने वर्ष तक उस व्यक्ति ने उस जमीन या संपत्ति पर अपना कब्जा जमा कर रखा है तो आप उसे ये नहीं कह सकते की ये आपकी प्रॉपर्टी है और इस 12 वर्ष में आपने कभी इस बात का प्रयास नहीं किया की आप कब्जा हटाएं या उस व्यक्ति को बेदखल करें  ऐसी स्थिति में आपकी प्रॉपर्टी आपके हाथों से निकल सकती है|

Legal rights of tenants versus property owners

illegal possession of property in india-मालिक के द्वारा कोई भी मुकदमा भी नहीं किया गया

 जमीन के कब्जे को हटवाने के लिए मालिक के द्वारा किसी भी प्रकार का कोई मुकदमा कब्जेधारी के विरुद्ध नहीं किया गया हो यहाँ पर लोगों का यह कहना होता है की अगर हम पुलिस के पास आवेदन भी देते हैं तो पुलिस किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं करती है तो यहाँ पर ध्यान दीजिये की कार्यवाही की बात ही नहीं है|

illegal possession of property in india-कार्यवाही नहीं होंने पर आवेदन का उपयोग 

पुलिस या एसडीएम के पास आपने जो आवेदन दिया है चाहे कार्यवाही हुई हो या ना हुई हो वह एक रिकॉर्ड होता है की आपने कब्जा हटवाने का प्रयास किया है उसमें कार्यवाही ना होना वो प्रशासन का दोष है वो आपका दोष नहीं है लेकिन अगर आप कहीं भी किसी भी प्रकार का कोई आवेदन नहीं देते हैं या मुकदमा नहीं करता है तो पूरा दोष आपका हैं कि आपने कब्जा हटवाने का प्रयास नहीं किया ऐसी स्थिति में भी प्रॉपर्टी आपके हाथ से निकल सकती है|

Tesla Pi Phone  features in hindi-एलन मस्क की कम्पनी   Tesla लॉन्च करने जा रही है  Tesla Pi Phone नहीं होगी सिम लगाने की जरूरत एप्पल की होगी खटिया खड़ी|

illegal possession of property in india-मालिक को कब्जे की जानकारी होनी चाहिए

 संपत्ति के मालिक को कब्जे की पूरी जानकारी होनी चाहिए कि संबंधित व्यक्ति के द्वारा उनके संपत्ति पर कब्जा किया गया है अगर कब्जाधारी कोर्ट में यह साबित कर देता है कि कब्ज़े की जानकारी मालिक को पूर्ण रूप से थी तो आप इस बात में पूरी तरह से विफल हो जाएंगे कि सामने वाले व्यक्ति को संपत्ति से बेदखल कर सके|

How to protect ancestral property from encroachment

illegal possession of property in india-कब्जे की दिनांक मालूम होनी चाहिए

 कब्जेधारी और मालिक दोनों को यह मालूम होना चाहिये  कि उनके जमीन पर कब्जा  है और कब्जेधारी को भी ये मालूम होना चाहिए कि उस संपत्ति पर वह कब से काबिज है अगर यह जानकारी स्पष्ट रूप से दोनों के पास में होती है और मालिक या प्रयास नहीं करता की कब्जेधारी को हटाया जाये  तो जो भी संपत्ति होती है वो कब्जेधारी के हक में चली जाती है|

Role of municipal authorities in resolving encroachment issues

illegal possession of property in india-कब्जेधारी ने किसी भी प्रकार की मरम्मत कराई हो 

 कब्जाधारी के द्वारा संबंधित संपत्ति के किसी भी प्रकार से मरम्मत करवाई गई है और मालिक को इस बात की जानकारी है तो भी संपत्ति संबंधित कब्जेधारी के हक में चली जाएगी यहाँ पर यह बताना काफी उपयुक्त होगा की अगर कब्जेधारी उस घर का टैक्स भरता है या जमीन के आसपास बाउन्ड्री  करवाता है और यह बात की जानकारी मालिक को है कि संबंधित व्यक्ति के द्वारा यह काम वहाँ पर करवाया जा रहा है या उसका पैसा दिया जा रहा है तो इस बात से कब्जेधारी कोर्ट में यह साबित कर सकता है कि उस संपत्ति का जो रखरखाव  है वह उसके द्वारा ही किया जा रहा है और इस बात की जानकारी मालिक को है जमीन इस स्थिति में भी उस व्यक्ति के हक में चली जाएगी|

Exit mobile version