भारत में जनगणना 2027 एक ऐतिहासिक बदलाव लेकर आ रही है क्योंकि यह देश की पहली पूरी तरह से डिजिटल जनगणना होगी। इस जनगणना में प्राथमिक रूप से मोबाइल एप्प और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से घर बैठे ही अपनी जानकारियां दर्ज करने का विकल्प दिया जाएगा। इससे लोगों को सहजता होगी और आंकड़ों की सही-सही संकलना संभव होगी। कोविड-19 के कारण पिछली जनगणना में देरी के बाद इस बार तकनीकी नवाचारों को अपनाकर पूरी प्रक्रिया को सुगम और तेज बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
http://TVS NTORQ 150 Scooter- मात्र 1.19 लाख में TVS ने लिया Sports स्कूटर लांच, देखें 50+ फीचर्स!
स्व-गणना की सुविधा और इसके लाभ
जनगणना 2027 में पहली बार जनता को स्व-गणना का विकल्प दिया जाएगा, जहां वे खुद अपने मोबाइल या कंप्यूटर से अपने परिवार और घर की पूरी जानकारी दर्ज कर सकेंगे। इसके बाद उनकी पहचान के लिए यूनिक आईडी जारी होगा, जिसे जनगणना कर्मी सत्यापन के लिए उपयोग करेंगे। यह सुविधा विशेषकर दूरदराज या तकनीकी रूप से कमजोर इलाकों के लिए बड़ी सुविधा होगी और इससे डाटा संग्रहण की गुणवत्ता बेहतर होगी।
सभी भवनों का जियो-टैगिंग से हो रही डिजिटल मैपिंग
2027 की जनगणना में पहली बार देश के सभी आवासीय और गैर-आवासीय भवनों का जियो-टैगिंग किया जाएगा। अर्थात प्रत्येक इमारत को डिजिटल रूप से उसके सटीक स्थलाकृतिक स्थान के साथ चिन्हित किया जाएगा। इसके लिए डिजिटल लेआउट मैपिंग (DLM) सिस्टम का उपयोग किया जाएगा, जो पुराने हाथ से बनने वाले नक्शों को पूरी तरह से बदल देगा। इससे सटीक डेटा मिलेगा और भविष्य में जनसंख्या तथा संसाधनों के बेहतर प्रबंधन में मदद मिलेगी।