आईआरएफसी ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कुल आय में 2.21% की बढ़ोतरी कर 6,918.24 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड बनाया। इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 10.71% बढ़ कर 1,745.69 करोड़ रुपये हो गया। यह दोनों आंकड़े आईआरएफसी के अब तक के सर्वोच्च हैं।
निवेशकों का बढ़ता विश्वास
बेहतरीन तिमाही नतीजों के कारण निवेशकों का भरोसा कंपनी में और मजबूत हुआ। शेयर बाजार में आईआरएफसी के शेयर की मांग में वृद्धि हुई। नतीजतन, शेयरों की ट्रेडिंग वॉल्यूम भी सामान्य औसत से कई गुना अधिक हुई।
silver price today- भारतीय बाजार में चांदी ने तोड़ा रिकॉर्ड, ₹1,18,000 लाख प्रति किलो पार!
संचालन की दक्षता और वित्तीय मजबूती
आईआरएफसी ने नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) 1.53% की दर से बनाए रखा है, जो पिछले तीन वर्षों में सर्वश्रेष्ठ है। इसके साथ ही कंपनी का नेट वर्थ पहली बार 54,423.96 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जो उसकी वित्तीय सुदृढ़ता को दर्शाता है।
लागत नियंत्रण में सफलता
कंपनी ने अपने ओवरहेड कॉस्ट को कम रखकर मजबूत वित्तीय अनुशासन बनाए रखा है। आईआरएफसी का शून्य एनपीए नीति इसे इंडस्ट्री में एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प बनाती है।
Vice President of India-उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा, कौन होंगे नये उपराष्ट्रपति ?
शेयर बाजार में रिकॉर्ड प्रदर्शन
आईआरएफसी के शेयर ने 136.80 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ। एनएसई पर यह 133.71 रुपये पर खुला और दिनभर मजबूती के साथ ट्रेड होता रहा। करीब 4.6% की तेजी के साथ शेयर 135 रुपये के स्तर के करीब बंद हुआ।
रेल सेक्टर में आईआरएफसी की अहमियत
आईआरएफसी, भारतीय रेलवे की प्रमुख वित्तीय सहायक कंपनी है। इसका काम रेलवे परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाना है। सरकार की इसमें 86.36% हिस्सेदारी कंपनी की मजबूती का संकेत है।
साल दर साल शेयर में शानदार बढ़ोतरी
पिछले एक साल में आईआरएफसी के शेयरों ने लगभग 520% तक का रिटर्न दिया है। यह प्रदर्शन रेलवे और अन्य पब्लिक सेक्टर कंपनियों की तुलना में काफ़ी बेहतर रहा है।
डिविडेंड और भविष्य की योजना
विश्लेषक भविष्य में आईआरएफसी के मुनाफे के आधार पर अच्छा डिविडेंड देने की संभावना जता रहे हैं। नई वित्तीय योजनाओं या सरकारी प्रोजेक्ट्स से कंपनी के शेयरों की कीमत में और इजाफा हो सकता है।