11 अगस्त 2025 को जबलपुर जिला के खितौला थाना क्षेत्र स्थित इसाफ बैंक की शाखा में हथियारबंद अपराधियों ने दिनदहाड़े सनसनीखेज डकैती की घटना को अंजाम दिया। घटना सुबह करीब 9 बजे बैंक खुलते ही घटी, जब पांच से छह बदमाशों ने बैंक में घुसकर कर्मचारियों को बंदी बना लिया और करीब 14.87 किलो सोना तथा पांच लाख रुपये नकद लेकर फरार हो गए।http://Chief Justice India- मुख्य न्यायाधीश मामले पर सुनवाई न करने पर, पूर्व सांसद ने बड़ा बयान दिया|
सुरक्षा में चूक और अपराधियों की तैयारी
पुलिस जांच में सामने आया कि अपराधियों ने बैंक की सुरक्षा खामियों का पूरा फायदा उठाया। उस दिन बैंक में सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था, और बैंक के प्रवेशद्वार भी खुले थे। सभी अपराधी मोटरसाइकिल पर आए और चेहरे पर हेलमेट-पर्दा लगाकर पहचान छिपाए हुए थे। उन्होंने बैंक का अलार्म बजने से पहले ही कर्मचारियों को धमका कर पूरे लॉकर से सोना और नकदी निकाल ली। पुलिस की शुरुआती जांच में यह भी यह पाया गया कि डकैती महज 8 से 20 मिनट में ही पूरी हो गई, जिससे उनकी तैयारी और अंदरूनी जानकारी का अंदेशा बढ़ गया।
पुलिस की जांच और त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना 45 मिनट बाद पुलिस तक पहुंची, लेकिन जैसे ही खबर फैली, जिले भर में अलर्ट जारी कर दिया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरीकांत शर्मा सहित डीएसपी और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट्स मौके पर पहुँचे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सुरागों को खंगालना शुरू किया। बाद में, मध्य प्रदेश और बिहार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में काफी सफलता भी मिली।
बिहार से दो आरोपी गिरफ्तार, 3 किलो सोना बरामद
घटना के करीब तीन हफ्ते बाद बिहार पुलिस ने दो कुख्यात अभियुक्तों—राजेश दास, उर्फ आकाश दास, एवं इन्द्रजीत दास, उर्फ सागर—को गया जिले से गिरफ्तार किया। उनके पास से 3 किलो से अधिक सोना बरामद किया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है, और वे कई अन्य राज्यों के अपराधों में भी वांछित थे। पूछताछ में यह भी पता चला कि वे बैंक डकैती के बाद बिहार भाग गए थे और वहीं अपने नेटवर्क से सोने की बिक्री की कोशिश कर रहे थे।