ग्वालियर में हाल ही में एक निशानेबाजी प्रतियोगिता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें लोग तालाब में रखे मटकों को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में फायरिंग का तरीका इतना बेपरवाह और खतरनाक था कि इससे स्थानीय लोगों और अधिकारियों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
वीडियो में दिखी अंधाधुंध और असुरक्षित फायरिंग
वीडियो में 50 से अधिक प्रतिभागी विभिन्न प्रकार की बंदूकें लेकर तालाब के बीच रखे मटकों पर गोली चला रहे थे। तेज़ और लगातार गोलीबारी के बीच गोलियों की आवाज एक साथ गूंज रही थी। वहीं, आसपास मौजूद दर्शक भी इस खतरनाक दृश्य को देख रहे थे, लेकिन फायरिंग के दौरान किसी सुरक्षा नियम का पालन होता नहीं दिखा।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया और सुरक्षा नियमों का अभाव
घटना के बाद ग्वालियर प्रशासन ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह की अंधाधुंध फायरिंग न केवल गैरकानूनी है बल्कि यह जानलेवा भी है। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई ठोस कानूनी कार्रवाई की जानकारी सामने नहीं आई है। इसके बावजूद यह मामला स्थानीय अधिकारियों के लिए गंभीर चुनौती बन गया है।
http://Bigg Boss entry scam- Bigg Boss वाइल्ड कार्ड का झांसा देकर डॉक्टर से 10 लाख की ठगी!
जानलेवा खेल से नागरिकों की परेशानी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं। अंधाधुंध गोलीबारी से सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है और लोगों ने प्रशासन से ऐसे आयोजनों पर सख्त नियंत्रण की मांग की है।
प्रतियोगिताओं में सुरक्षा मानकों का पालन ज़रूरी
विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी प्रतियोगिता या कार्यक्रम में अगर हथियारों का इस्तेमाल हो रहा है तो वहां सख्त सुरक्षा प्रबंध होने चाहिए। इसके लिए वैध लाइसेंस, प्रशिक्षित प्रतिभागी, सुरक्षा उपकरण और मेडिकल सुविधाएं पहले से मौजूद होनी चाहिए।