लगातार हो रही बारिश के चलते देहरादून सहित पूरे उत्तराखंड में नदियां उफान पर आ गई हैं। पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे कई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। राज्य के आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, भारी बारिश और मलबा आने से दो स्टेट हाईवे समेत 106 सड़कें बंद हो गई थीं, जिनमें से कई को देर शाम तक खोल दिया गया।
सड़कें बंद, यातायात बाधित
देहरादून और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों पर मलबा आने से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। मोथरोवाला-दूधली मार्ग चार घंटे तक बंद रहा, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। सड़क किनारे जल निकासी की व्यवस्था न होने से जगह-जगह गड्ढे और पानी भर गया है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीण सड़कों की हालत सबसे खराब है और इन्हें खोलने का काम धीमी गति से चल रहा है।
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मुख्यमंत्री ने लिया नुकसान का जायजा
भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं सरकारी अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने रायपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में जाकर स्थिति का निरीक्षण किया और अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने नालियों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था को युद्ध स्तर पर करने के आदेश दिए ताकि जलभराव की समस्या से जल्द निजात मिल सके।
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मंडियों में सब्जियों की आवक घटी
बारिश और भूस्खलन का असर केवल यातायात और जनजीवन पर ही नहीं, बल्कि स्थानीय मंडियों में भी देखने को मिल रहा है। सड़कों के बंद होने और आवाजाही में दिक्कत के कारण सब्जियों की आपूर्ति बाधित हो गई है। इससे मंडियों में सब्जियों की आवक कम हो गई है और दामों में भी तेजी देखी जा रही है। व्यापारियों के अनुसार, अगर बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो आने वाले दिनों में सब्जियों की कीमतें और बढ़ सकती हैं।