रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान बेंगलुरु में शुक्रवार को अनियंत्रित भीड़ का माहौल बन गया। माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन अथवा पुलिस की पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी, जिसकी वजह से शहर के कई इलाकों में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। आरसीबी फैंस इस इवेंट में विराट कोहली और टीम के अन्य स्टार खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए सड़कों पर उमड़ आए।
इवेंट की तैयारी में बड़ी चूक
सूत्रों के मुताबिक, RCB ने अपने फैंस को बेहद कम समय पहले एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कार्यक्रम की जानकारी दी थी, जिसके बाद हजारों की संख्या में समर्थक आयोजन स्थल पर पहुंच गए। जगह कम होने और भीड़ के नियंत्रण के पुख्ता प्रबंध नहीं होने के कारण अचानक तनावपूर्ण स्थिति बन गई। प्रशासन के अनुसार किसी भी सार्वजनिक आयोजन के लिए विधिवत अनुमति लेना अनिवार्य है, जिससे सुरक्षा के सारे इंतज़ाम समय रहते किए जा सकें।
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भीड़ का नियंत्रण बिगड़ने से अफरा-तफरी
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इवेंट स्थल के आसपास यातायात कई घंटे तक प्रभावित रहा और सड़कें जाम की चपेट में आ गईं। कई फैंस को धक्का-मुक्की और सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। राहत की बात यह रही कि किसी के गंभीर रूप से घायल होने की खबर सामने नहीं आई है, पर हल्की चोटें और परेशानी की शिकायतें अवश्य दर्ज की गईं।
पुलिस और नगर प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस और नगर निगम अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात को संभाला और भीड़ को शांतिपूर्वक हटाने का प्रयास किया। स्थानीय प्रशासन ने आयोजकों को बिना अनुमति भीड़ जुटाने के लिए नोटिस जारी किया है और पूरे मामले की विस्तृत जांच का आदेश दिया है। प्रशासन घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल वीडियो की भी मदद ले रहा है ताकि जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जा सके।
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विराट कोहली और टीम पर उठे सवाल
क्योंकि विराट कोहली इस कार्यक्रम का प्रमुख चेहरा रहे, इसलिए कई जगहों पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या आयोजन की पूरी जिम्मेदारी खिलाड़ियों और ब्रांड एंबेसडरों पर भी आती है। क्रिकेट जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि टीम मैनेजमेंट एवं प्रमोटर्स पर कानूनी कार्रवाई संभव है, लेकिन खिलाड़ियों पर सीधा कोई दोष तय करना सरल नहीं होता, फिर भी यदि कोहली या अन्य खिलाड़ी आयोजन की कार्यकारी प्रक्रिया में शामिल रहे, तो उनपर भी निगरानी बढ़ सकती है।