रूस और यूक्रेन के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी उप कमांडर की हत्या के बाद रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों पर 550 से ज्यादा मिसाइलें और ड्रोन दागे। इन हमलों में पूरी रात धमाकों की आवाज गूंजती रही और कीव में चारों तरफ आग और धुएं का माहौल बन गया। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में 23 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 14 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इमारतों और बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
रूस की नई रणनीति: रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल
यूक्रेन ने रूस पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। नीदरलैंड की खुफिया एजेंसियों ने भी पुष्टि की है कि रूस युद्ध के मैदान में क्लोरोपिक्रिन जैसे प्रतिबंधित रसायनों का इस्तेमाल कर रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस इन रसायनों का उपयोग खाइयों में छिपे यूक्रेनी सैनिकों को बाहर निकालने के लिए करता है, जिसके बाद उन पर गोलियां चलाई जाती हैं। रासायनिक हथियारों के कारण अब तक करीब 2500 यूक्रेनी घायल हो चुके हैं और तीन की मौत हुई है।
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पश्चिमी देशों की रणनीतिक अस्पष्टता और पुतिन की आक्रामकता
रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए व्लादिमीर पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई ताजा बातचीत भी बेनतीजा रही है। विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिमी देशों की रणनीतिक अस्पष्टता और नाटो की मदद में देरी के कारण यूक्रेन की जमीन लगातार कम होती जा रही है। पुतिन अब किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और रूस के पास लंबी दूरी की मिसाइलें, घातक ड्रोन और पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं।
परमाणु हमले की आशंका और वैश्विक चिंता
ब्रिटिश सैन्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि पुतिन यूक्रेन पर टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, खासकर एयरफील्ड्स को निशाना बनाकर। हालांकि, पश्चिमी देशों ने फिलहाल रूस की इस तैयारी के पुख्ता सबूत नहीं दिए हैं, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर पुतिन को अपनी स्थिति कमजोर लगती है तो वह यह जोखिम भरा कदम उठा सकते हैं।
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यूक्रेन के लिए चुनौतीपूर्ण समय
रूस की ओर से लगातार हो रहे हमलों और नई रणनीति के चलते यूक्रेन के लिए हालात और भी मुश्किल हो गए हैं। कीव समेत कई शहरों में नागरिकों में डर और अनिश्चितता का माहौल है। विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल युद्ध के जल्द खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं, और पुतिन की आक्रामकता यूक्रेन के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर रही है।