Madhya Pradesh

MP monsoon weather- मध्य प्रदेश के कई जिले में, भारी बारिश का रेड-ऑरेंज अलर्ट जारी!

मध्य प्रदेश के 41 जिलों में अगले 24 घंटे के लिए भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, मंदसौर, नीमच, भोपाल, विदिशा, जबलपुर, सागर, दमोह, बैतूल, हरदा, रतलाम, धार, झाबुआ, खंडवा, और बुरहानपुर समेत कई जिलों में बाढ़, जलभराव और तेज हवाओं का खतरा है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी

मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के लिए अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण बताए हैं। विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ भारी से अति भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मानसून के सक्रिय होने के कारण पिछले कुछ दिनों से कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।

किन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा

मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और श्योपुरकलां जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ वज्रपात और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है। इसके अलावा, विदिशा, राजगढ़, आगर मालवा, भोपाल, नर्मदापुरम, बैतूल, रतलाम, झाबुआ, धार, खंडवा, हरदा और बुरहानपुर समेत कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। इन जिलों में नदियों और नालों के उफान पर आने की आशंका है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

Nitin Gadkari- गडकरी को PM पद के लिए कांग्रेस विधायक का समर्थन!

प्रशासन की तैयारियां और नागरिकों के लिए सलाह

प्रशासन ने अलर्ट के मद्देनजर सभी संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया है। जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। आपदा प्रबंधन दलों को तैनात किया गया है और राहत-बचाव सामग्री की व्यवस्था की गई है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें और मौसम संबंधी ताजा जानकारी पर नजर रखें।

Best gaming phone of Xiaomi 12 Pro 5G- दमदार कैमरा, शानदार डिस्प्ले और फास्ट चार्जिंग के साथ प्रीमियम फीचर्स!

बाढ़ और वज्रपात का बढ़ा खतरा

लगातार हो रही बारिश के कारण नर्मदा, ताप्ती और अन्य प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। कई जिलों में नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं, जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने विशेष रूप से ग्रामीण और नदी किनारे बसे इलाकों के लोगों को सतर्क रहने को कहा है। साथ ही, वज्रपात की घटनाओं की संभावना को देखते हुए किसानों और ग्रामीणों को खेतों में जाने से बचने की सलाह दी गई है।

पूरे सप्ताह मौसम रहेगा सक्रिय

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रदेश में तीन ट्रफ लाइनें सक्रिय हैं और छत्तीसगढ़ सीमा पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके चलते अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। विभाग ने अनुमान जताया है कि 17 जुलाई तक प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का दौर चलता रहेगा, जिससे राहत और बचाव कार्यों को भी चुनौती मिल सकती है।

Tiwari Shivam

शिवम तिवारी को ब्लॉगिंग का चार वर्ष का अनुभव है कंटेंट राइटिंग के क्षेत्र में उन्होंने एक व्यापक समझ विकसित की है वे बहुराष्ट्रीय कम्पनियों व दुनिया के नामी स्टार्टप्स के लिये भी काम करते हैं वह गैजेट्स ,ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, स्पेस रिसर्च ,इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ,कॉर्पोरेट सेक्टर तथा अन्य विषयों के लेखन में व्यापक योग्यता और अनुभव रखते हैं|

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Index