ओडिशा के बालासोर जिले के एक कॉलेज में शनिवार को एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाते हुए आत्मदाह का प्रयास किया। छात्रा ने कॉलेज के शिक्षा विभाग के एक प्रोफेसर पर मानसिक उत्पीड़न और अनुचित मांगों का आरोप लगाया था। उसने कॉलेज प्रशासन और पुलिस से कई बार शिकायत की, लेकिन उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया गया। आखिरकार, न्याय न मिलने से हताश होकर छात्रा ने कॉलेज गेट के सामने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली।
गंभीर हालत में छात्रा का इलाज जारी, दूसरी छात्रा भी झुलसी
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने छात्रा को बचाने की कोशिश की। इस दौरान एक अन्य छात्रा भी झुलस गई। दोनों को पहले बालासोर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए भुवनेश्वर भेजा गया। डॉक्टरों के अनुसार, पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे विशेष निगरानी में रखा गया है।
आरोपी प्रोफेसर और प्राचार्य निलंबित, पुलिस ने की गिरफ्तारी
मामला सामने आने के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेज के प्राचार्य और आरोपी प्रोफेसर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। छात्रा ने पहले भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन समय पर कार्रवाई नहीं हुई।
सरकार और समाज में आक्रोश, उच्च स्तरीय जांच के आदेश
घटना के बाद राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले ने राज्य भर में आक्रोश फैला दिया है। सामाजिक संगठनों और छात्र समूहों ने प्रशासन और पुलिस की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं।
महिला सुरक्षा को लेकर गहराया सवाल
यह घटना ओडिशा में महिला सुरक्षा और संस्थागत जवाबदेही को लेकर कई सवाल खड़े कर रही है। विपक्षी दलों और राज्य के नेताओं ने भी मामले को लेकर चिंता जताई है और पीड़िता के लिए न्याय की मांग की है। फिलहाल, छात्रा का इलाज जारी है और प्रशासन ने परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।