मध्य प्रदेश के दामोह जिले में एक चौंकाने वाली और अमानवीय घटना सामने आई है। जिले के जबेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंघरामपुर चौकी के पास तेलन रोड पर एक गर्भवती युवती को खाई में धकेल दिया गया। सोमवार सुबह स्थानीय लोगों की नजर जब एक घायल युवती पर पड़ी, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी गई। युवती की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सात माह की गर्भवती थी पीड़िता, हालत नाजुक
मौके पर पहुंची एंबुलेंस ने युवती को पहले जबेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया, जहां से चिकित्सकों ने तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया। मेडिकल रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि वह लगभग सात महीने की गर्भवती है। युवती को शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं और गर्भावस्था की स्थिति को लेकर डॉक्टर विशेष देखरेख में इलाज कर रहे हैं।
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शादीशुदा प्रेमी और उसके भाई ने रचा षड्यंत्र
पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक पूछताछ में युवती ने बताया कि एक शादीशुदा युवक, जिससे उसका प्रेम संबंध था, ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर उसके साथ यह साजिश रची। दोनों आरोपियों ने इलाज के बहाने उसे सुनसान जगह बुलाया, फिर मारपीट करके खाई में धकेल दिया। युवती मूल रूप से कटनी जिले की रहने वाली है और रविवार से लापता थी, जिसकी रिपोर्ट पहले ही माधव नगर थाने में दर्ज की गई थी।
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दोनों आरोपी गिरफ्तार, जांच तेज़
पुलिस ने पीड़िता के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला कटनी पुलिस को सौंप दिया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक ने जांच की निगरानी का जिम्मा रखा है और कहा है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की दिशा में कार्रवाई होगी।
घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत
इस घटना के बाद क्षेत्र में स्तब्धता का माहौल है। ग्रामीणों में आक्रोश है और महिला सुरक्षा को लेकर चिंताएं फिर से उठने लगी हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीमें पीड़िता को चिकित्सा और मानसिक परामर्श देने में जुटी हैं। घटना ने एक बार फिर समाज में महिला सुरक्षा की ज़रूरत पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।