Tirupati online booking fraud – तिरुपति मंदिर की नई साइबर सुरक्षा, श्रद्धालुओं को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाएगा,

तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने ऑनलाइन धोखाधड़ी से श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा प्रयोगशाला बनाने का निर्णय लिया है। साथ ही, तिरुमला में आरामदायक विश्राम केंद्र स्थापित करने के लिए अध्ययन भी कराया जाएगा। टीटीडी की यह पहल डिजिटल ठगी रोकने और तीर्थयात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। आधार आधारित प्रमाणीकरण और आधिकारिक पोर्टल के उपयोग से फर्जी बुकिंग रोकी जाएगी। यह कदम श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव देने और तीर्थस्थल को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है।

बीते कुछ वर्षों में ऑनलाइन टिकट बुकिंग में कई फर्जी वेबसाइट्स और एप्स की वजह से श्रद्धालुओं को नुकसान पहुंचा है। अब नई साइबर लैब द्वारा इन अपराधों की पहचान और रोकथाम की जाएगी।

आधुनिक तकनीक से रक्षा का वादा

टीटीडी की आईटी टीम ने बताया कि वे आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर श्रद्धालुओं के डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। श्रद्धालुओं को केवल अधिकृत पोर्टल से ही सेवाएं लेने की सलाह दी जाएगी।

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आधार आधारित प्रमाणीकरण लागू होगा

नई व्यवस्था में आधार कार्ड तथा ई-केवाईसी के जरिए श्रद्धालुओं की पहचान सत्यापित की जाएगी, जिससे फर्जी बुकिंग और धोखाधड़ी को रोका जा सकेगा।

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तिरुमला में आरामदायक विश्राम केंद्र की योजना

टीटीडी बोर्ड ने तिरुमला में सुसज्जित विश्राम केंद्र स्थापित करने के लिए स्टडी कराने का फैसला भी किया है, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिल सके।

बेहतर सुविधाओं के लिए व्यापक तैयारी

विश्राम केंद्र के साथ-साथ साफ-सफाई, भीड़ प्रबंधन और डिजिटल कनेक्टिविटी से जुड़े सुधारों पर भी काम किया जा रहा है, जिससे तीर्थयात्रा और भी सुगम बने।

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