When will monsoon rain start in North India 2025-देश के कई हिस्से इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। लू के थपेड़ों ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है, और दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा छा जाता है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक गर्मी का असर बना रहेगा, लेकिन राहत की उम्मीद अब नजर आने लगी है।
When will monsoon rain start in North India 2025- कब होगी बारिश
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार मानसून सामान्य तिथि से पहले उत्तर-पश्चिम भारत में दस्तक दे सकता है। 25 जून तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मानसून के सक्रिय होने की संभावना है। इससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
When will monsoon rain start in North India 2025-दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर में बारिश की शुरुआत
केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में मानसून ने पहले ही दस्तक दे दी है। यहां भारी बारिश दर्ज की जा रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है। पूर्वोत्तर भारत के असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश में भी मूसलधार बारिश का सिलसिला जारी है।
When will monsoon rain start in North India 2025-मध्य भारत में भी राहत के आसार
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी हल्की बारिश शुरू हो चुकी है। अगले 24 से 48 घंटों में इन राज्यों में बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है। इससे तापमान में गिरावट आएगी और खेत-खलिहानों को भी राहत मिलेगी।

When will monsoon rain start in North India 2025-पश्चिम भारत में मौसम का बदलाव
महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा में भी मानसून की हलचल महसूस की जा रही है। मुंबई, पुणे और सूरत जैसे शहरों में बादलों की आवाजाही और हल्की बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। आने वाले दिनों में इन इलाकों में बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है।
When will monsoon rain start in North India 2025-मानसून की प्रगति और रफ्तार
इस साल मानसून ने केरल में 24 मई को दस्तक दी, जो पिछले 15 वर्षों में सबसे जल्दी है। इसके बाद मानसून ने तेजी से महाराष्ट्र, मुंबई, ओडिशा और पूर्वोत्तर भारत को कवर किया। जून के दूसरे हफ्ते में मानसून की गति थोड़ी धीमी रही, लेकिन अब फिर से सक्रिय हो गया है और अगले 10 दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों तक पहुंचने की संभावना है।
When will monsoon rain start in North India 2025-किसानों के लिए खुशखबरी
मानसून का समय पर आना किसानों के लिए राहत की खबर है। खरीफ की बुवाई के लिए बारिश बेहद जरूरी है। मौसम विभाग ने पूरे देश में औसत से अधिक बारिश का अनुमान जताया है, जिससे कृषि उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश की संभावना भी जताई गई है।
When will monsoon rain start in North India 2025-तापमान में गिरावट और स्वास्थ्य पर असर
बारिश के साथ ही तापमान में 2 से 5 डिग्री तक गिरावट आने की संभावना है। इससे लू का प्रकोप कम होगा और आम लोगों को राहत मिलेगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग गर्मी के दिनों में पर्याप्त पानी पिएं, धूप में बाहर निकलने से बचें और बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
When will monsoon rain start in North India 2025-मौसम प्रणाली और चक्रवात का असर
पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिससे बादलों की आवाजाही और हल्की बारिश हो सकती है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र भी मानसून को गति देने में मदद कर रहे हैं।
When will monsoon rain start in North India 2025-आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 18 जून तक मध्य और पूर्वी भारत के शेष हिस्सों में मानसून पहुंच जाएगा। 19 से 25 जून के बीच उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में मानसून सक्रिय हो जाएगा। अगले एक हफ्ते में देश के कई हिस्सों में गरज-चमक और तेज बारिश की संभावना है। कुछ जगहों पर भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है।
When will monsoon rain start in North India 2025-मानसून और भारतीय जीवन
मानसून का भारत के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन में विशेष महत्व है। यह केवल मौसम का बदलाव नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की आजीविका, फसलों और जल संसाधनों का आधार है। इस बार समय पर और औसत से अधिक बारिश की संभावना ने देशभर में उम्मीदें जगा दी हैं।
When will monsoon rain start in North India 2025-लोगों के लिए सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे मौसम की ताजा जानकारी पर नजर रखें, बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और बाढ़ संभावित इलाकों में सतर्कता बरतें। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे बुवाई और अन्य कृषि कार्य मौसम के अनुसार करें।