शुक्रवार की रात बिहार के भागलपुर जिले में कोसी नदी पर बन रहे 996 करोड़ रुपये की लागत वाले पुल में बड़ा हादसा टल गया। एनएच-106 मिसिंग लिंक परियोजना के तहत बन रहे इस पुल की कुल लंबाई 6.94 किलोमीटर है, जो बिहार का अब तक का सबसे लंबा पुल होगा। इस पुल के निर्माण में दोनों ओर कुल 21.988 किलोमीटर सड़क भी शामिल है। शुक्रवार देर रात करीब दो बजे हरिओ के त्रिमुहान घाट के पास अचानक पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के वक्त निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा था।
latest breaking news updates today- वोल्वो लोडर के दुर्घटनाग्रस्त होने से टूटा पुल का हिस्सा
जानकारी के अनुसार, रात के समय वोल्वो लोडर से पुल के सिगमेंट को एक छोर से दूसरे छोर पर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान वोल्वो लोडर का प्रेसर पंप फट गया, जिससे लोडर पर रखा सिगमेंट असंतुलित होकर पुल के हिस्से से टकरा गया। तेज झटके के कारण सिगमेंट को बांधे रखने वाली रस्सी भी टूट गई, जिससे पुल का करीब 40 फीट हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और पांच सिगमेंट पूरी तरह टूट गए। हादसे में पुल की लगभग 5 फीट रेलिंग भी नदी में जा गिरी। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।

latest breaking news updates today- तीसरी बार हुआ बड़ा हादसा, निर्माण कार्य पर सवाल
यह त्रिमुहान घाट के पास तीसरी बार है जब निर्माणाधीन पुल में ऐसी बड़ी दुर्घटना हुई है। इससे पहले भी निर्माण के दौरान दो बार पुल के हिस्से में दरारें आ चुकी हैं। बार-बार हो रही दुर्घटनाओं से निर्माण एजेंसी की कार्यशैली और सुरक्षा मानकों पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी बड़ी परियोजना में बार-बार ऐसे हादसे होना चिंता का विषय है। इससे पुल की गुणवत्ता और भविष्य में सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
latest breaking news updates today- निर्माण एजेंसी ने शुरू की जांच, सुरक्षा के इंतजाम कड़े
हादसे के तुरंत बाद निर्माण एजेंसी और स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। पुल निर्माण में लगे इंजीनियरों और मजदूरों से पूछताछ की जा रही है। एजेंसी ने दावा किया है कि हादसे के दौरान सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था और सिगमेंट को लोड करने से पहले सभी जांच की प्रक्रिया पूरी की गई थी। फिलहाल, क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है और निर्माण स्थल पर सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए जा रहे हैं।
latest breaking news updates today- परियोजना की समयसीमा और लागत पर असर
इस हादसे का सीधा असर पुल निर्माण की समयसीमा और लागत पर पड़ सकता है। पहले से ही यह पुल वर्ष 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन बार-बार हो रही दुर्घटनाओं के कारण अब परियोजना की समयसीमा बढ़ सकती है। साथ ही, क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत और सुरक्षा उपायों में अतिरिक्त खर्च भी बढ़ेगा। इससे राज्य सरकार और निर्माण एजेंसी की जिम्मेदारी और बढ़ गई है।
latest breaking news updates today- स्थानीय लोगों में चिंता, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
पुल के बार-बार क्षतिग्रस्त होने से स्थानीय लोगों में डर और चिंता का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि यह पुल उनके लिए जीवन रेखा है, जिससे उनके रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े कई रास्ते आसान होंगे। बार-बार हो रही दुर्घटनाओं से उन्हें पुल की मजबूती और सुरक्षा को लेकर आशंका है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से निर्माण एजेंसी की जवाबदेही तय करने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

latest breaking news updates today- राज्य सरकार ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
बिहार सरकार ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए निर्माण एजेंसी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार ने यह भी निर्देश दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी सुरक्षा उपायों को और कड़ा किया जाए।
latest breaking news updates today- पुल निर्माण की अहमियत और चुनौतियां
कोसी नदी पर बन रहा यह पुल न केवल बिहार के लिए बल्कि पूरे पूर्वी भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। यह पुल भागलपुर जिले के बिहपुर से फुलौत तक एनएच-106 को जोड़ता है, जिससे क्षेत्र के लाखों लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। कोसी नदी की तेज धारा और बार-बार आने वाली बाढ़ के कारण इस क्षेत्र में पुल निर्माण हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। ऐसे में इस परियोजना की सफलता और सुरक्षा दोनों ही सरकार और जनता के लिए बेहद अहम हैं।