बांग्लादेश के गोपालगंज जिले में एक बार फिर से भारी तनाव फैल गया है। बुधवार को नेशनल सिटिजन पार्टी (NCP) द्वारा आयोजित एक रैली के बाद विवाद की स्थिति बन गई, जिस कारण हिंसा भड़क उठी। इस ताजा घटनाक्रम में चार लोगों की मौत हो गई और कई दर्जन लोग घायल हो गए, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल फैल गया।
राजनीति की छाया में संवेदनशील हालात
गोपालगंज, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके पिता शेख मुजीबुर रहमान का गृह जिला है। रैली के दौरान NCP और अवामी लीग के समर्थकों में तनाव बढ़ गया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अवामी लीग कार्यकर्ताओं ने रैली का विरोध करते हुए कई स्थानों पर सड़क जाम कर दी, जिसके बाद झड़पें और तेज हो गईं। इन संघर्षों में कुछ सरकारी वाहनों को भी नुकसान पहुंचा।
सेना की तैनाती, कर्फ्यू और गोलीबारी
स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन ने जिले में कर्फ्यू लगा दिया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सेना तैनात की गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सेना ने बख्तरबंद गाड़ियों के साथ सड़कों पर मार्च किया और गोलीबारी की। इस घटनाक्रम के बाद जिले में डर और तनाव का माहौल है।
घायलों और मृतकों का हाल
स्थानीय अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि 15 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज गोपालगंज जनरल अस्पताल में चल रहा है। गंभीर रूप से घायल कई लोगों को ढाका भेजा गया है। मृतकों की पहचान दीप्तो साहा, रमजान काज़ी, सोहेल राणा और इमोन के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि मृतकों में से एक युवक राजनीतिक दल का सदस्य नहीं था, वह केवल रैली स्थल से गुजर रहा था।
धारा 144 लागू, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
परिस्थिति को संभालने के लिए प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है, जिसके तहत चार या उससे अधिक लोग जमा नहीं हो सकते। स्कूल एवं अन्य परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति जल्दी सामान्य कर ली जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।