पटना के प्रतिष्ठित पारस अस्पताल में कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े गोलियों से हत्या की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले सभी मुख्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ताज़ा जानकारी के अनुसार, पुलिस और एसटीएफ की टीम ने पश्चिम बंगाल में छापेमारी कर पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को जल्द ही कानूनी प्रक्रिया के तहत पटना लाया जाएगा।
वारदात की पटकथा: अस्पताल की सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना 17 जुलाई की सुबह तब घटी, जब चंदन मिश्रा पैरोल पर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती था। वह वार्ड नंबर 209 में था, इसी दौरान पांच शूटर हथियारों के साथ अस्पताल में घुसे और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उसकी हत्या कर दी। जांच में सामने आया कि शूटरों ने सुबह सात बजे गार्ड की शिफ्ट बदलने के समय का फायदा उठाया, जब सुरक्षा कमज़ोर थी। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि बदमाश कितने बेखौफ होकर अस्पताल में दाखिल हुए और वारदात के बाद उसी आत्मविश्वास के साथ भाग निकले।
अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस निरीक्षण व छानबीन के बाद हत्याकांड में शामिल पांचों जहरीले अपराधियों की पहचान हो गई थी, जिनमें तौसीफ उर्फ बादशाह, आकिब मालिक, सोनू, कालू उर्फ मुस्तकीम और भिंडी उर्फ बलवंत सिंह के नाम सामने आए हैं। इस गैंग ने पूरी प्लानिंग के साथ घटना को अंजाम दिया। जानकारी के मुताबिक, तौसीफ उर्फ बादशाह ने हत्या की साजिश रची और वारदात के बाद बाकी साथी अपराधियों के साथ पश्चिम बंगाल भाग गए। एसटीएफ ने बारीकी से ट्रैकिंग कर इन सबको 48 घंटे के भीतर दबोच लिया।
चल रही छापेमारी और अपराध की कड़ियां
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब भी कुछ अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है, जिनके इस हत्याकांड से तार जुड़े हो सकते हैं। चंदन मिश्रा खुद भी आपराधिक इतिहास का बड़ा चेहरा था, जिस पर हत्या, रंगदारी समेत कई संगीन मुकदमे दर्ज रहे हैं। पुलिस ने जेल प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन पर भी सख्त सवाल उठाए हैं कि आखिर सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई, जिससे अपराधी इतनी आसानी से अस्पताल की इमारत में घुस सके और खुलेआम वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए।