भारतीय रक्षा मंत्री ने सर्वोत्तम पारस्परिक लाभ प्राप्त करने के लिए ‘गुड नेबर कंडीशन‘ बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया और 2020 के पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध के चलते विश्वास की कमी को पाटने के लिए जमीनी स्तर पर एक्शन लेने का आह्वान किया.
India China defence talks latest updates- ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी
एक भारतीय न्यूज पेपर के अनुसार रक्षा मंत्रालय ने नई दिल्ली में कहा कि सिंह ने डोंग को पहलगाम में निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए आतंकी हमले और पाकिस्तान में आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने के लिए भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी जानकारी दी.इसमें कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने मौजूदा तंत्रों के माध्यम से विघटन, तनाव कम करने, सीमा प्रबंधन और अपरिसीमन से संबंधित मुद्दों पर प्रगति हासिल करने के लिए विभिन्न स्तरों पर परामर्श जारी रखने पर सहमति व्यक्त की.

बता दें कि सिंह-डोंग की बैठक नई दिल्ली और बीजिंग दोनों द्वारा पिछले अक्टूबर में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैन्य गतिरोध को समाप्त करने के लिए एक समझ के बाद अपने संबंधों को फिर से स्थापित करने के प्रयासों के बीच हुई.
India China defence talks latest updates-राजनाथ सिंह ने बातचीत को बताया रचनात्मक
सोशल मीडिया पर पोस्ट में सिंह ने डोंग के साथ बातचीत को रचनात्मक बताया. उन्होंने कहा, “हमने द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े मुद्दों पर रचनात्मक और दूरदर्शी विचारों का आदान-प्रदान किया. लगभग छह साल के अंतराल के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू होने पर अपनी खुशी जाहिर की.” उन्होंने कहा, “दोनों पक्षों के लिए यह जरूरी है कि वे इस सकारात्मक गति को बनाए रखें और द्विपक्षीय संबंधों में नई जटिलताएं जोड़ने से बचें.” रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सिंह और डोंग ने भारत-चीन सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने की जरूरत पर गहन चर्चा की.
इसमें कहा गया कि सिंह ने द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति वापस लाने के लिए दोनों पक्षों द्वारा किए जा रहे काम को स्वीकार किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने स्थायी जुड़ाव और तनाव कम करने के लिए रोडमैप के माध्यम से जटिल मुद्दों को हल करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. सिंह ने सीमा प्रबंधन और इस मुद्दे पर स्थापित तंत्र को पुनर्जीवित करके सीमा सीमांकन का स्थायी समाधान निकालने पर भी जोर दिया।.

India China defence talks latest updates- कैलाश मानसरोवर यात्रा
चीनी अखबारों के अनुसार सिंह ने डोंग के साथ बैठक में कहा कि भारत चीन के साथ संघर्ष या टकराव नहीं चाहता है और द्विपक्षीय संबंधों के निरंतर विकास के लिए मतभेदों को ठीक से संभालने, संचार बढ़ाने और आपसी विश्वास को बढ़ावा देने के लिए तैयार है. सिंह की क़िंगदाओ यात्रा तिब्बत में कैलाश मानसरोवर यात्रा के फिर से शुरू होने के साथ हुई. यह लगभग पांच वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है.
बता दें कि कोविड-19 महामारी और उसके बाद पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर दोनों पक्षों के बीच सैन्य गतिरोध के कारण 2020 में कैलाश मानसरोवर यात्रा को स्थगित कर दिया गया था. चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की तीर्थयात्रा हिंदुओं के साथ-साथ जैन और बौद्धों के लिए भी धार्मिक महत्व रखती है.
India China defence talks latest updates- पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध
पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध मई 2020 में शुरू हुआ और उस वर्ष जून में गलवान घाटी में एक घातक झड़प के परिणामस्वरूप दोनों पड़ोसियों के बीच संबंधों में गंभीर गिरावट आई. पिछले साल 21 अक्टूबर को हुए समझौते के तहत डेमचोक और देपसांग के अंतिम दो टकराव बिंदुओं से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद गतिरोध प्रभावी रूप से समाप्त हो गया.

वहीं, पिछले दिसंबर में, एनएसए डोभाल ने बीजिंग का दौरा किया और सीमा विवाद पर विशेष प्रतिनिधि (SR) वार्ता के ढांचे के तहत वांग के साथ बातचीत की. एसआर तंत्र और इस तरह के अन्य संवाद प्रारूपों को पुनर्जीवित करने का निर्णय 23 अक्टूबर को कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच एक बैठक में लिया गया था.
मोदी-शी की बैठक भारत और चीन द्वारा देपसांग और देमसांग के लिए एक विघटन समझौते को पुख्ता करने के दो दिन बाद हुई. डोभाल ने एससीओ के टॉप सिक्योरिटी अधिकारियों के एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए इस सप्ताह भी चीन का दौरा किया.