Latest breaking news in singrauli-सिंगरौली में रिलायंस शासन पावर प्रॉजेक्ट के सीईओ सचिन महापात्रा समेत चार अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज वजह जानिये|

सिंगरौली-मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में रिलायंस शासन पावर प्रोजेक्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर सचिन महापात्रा समेत तीन अधिकारियों के ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है यह मुकदमा भारतीय न्याय संहिता के सुसंगत धाराओं में दर्ज किया गया है दरअसल कुछ ऐसे कारण थे जिसे रिलायंस प्रबंधन लंबे समय से नज़रअन्दाज़ कर रहा था जब बारिश हुई तब उसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा दबाव बना जिसके बाद पुलिस प्रशासन को रिलायंस के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर  महापात्रा समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज करना पड़ा|

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क्यों दर्ज किया गया मुकदमा?

मुकदमा दर्ज होने के कारणों के विषय में अगर बात करें तो रिलायंस अमलोरी  का मलबा जो ob डम्प  है उसे लोगों के घर में जाने से रोकने के लिए किसी भी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय नहीं किए गए थे जब सिंगरौली में जोरदार बारिश हुई तब वह मलबा बहकर लोगों के घरों में घुस गया जिला प्रशासन ने लोगों को रेस्क्यू किया और राहत केंद्रों में सुरक्षित पहुंचाया उसके बाद इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे और फिर पहले तो प्रशासन टालता रहा और जब दबाव बना तब जाकर प्रशासन ने मुकदमा दर्ज किया|

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सीईओ समेत ईन अधिकारियों के नाम 

जिन अधिकारियों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज किया गया है उनके नाम क्रमशः इस प्रकार से है सचिन महापात्र रिलायंस पावर प्रोजेक्ट शासन के सीईओ हैं और माइंस मैनेजर विजय कुमार,माइंस एजेंट ऋषि श्रीवास्तव ओबी डंप करने वाले रिलायंस प्रबंधन के सुरक्षा अधिकारी एवं सक्षम अधिकारियों के खिलाफ़ नवानगर थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 125 और 292 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है|

घटना होने के बाद ही क्यों खुलती है आंखें?

सबसे बड़ा सवाल ये है कि इस तरह की घटनाएं होने के बाद ही प्रशासन की आंखें क्यों खूलती हैं  जो OB अमलोरी में डंप हुआ था कई दिनों से इस बात की शंका व्यक्त की जा रही थी कि अगर बारिश हुआ तो यह बहकर लोगों के घरों में ही जाएगा एक बार ऐसी घटना पहले भी हो चुकी थी जिसमें कई जानें भी गए थे लेकिन सबसे बड़ा जो दुर्भाग्य है वह यह है कि जब इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं  तभी प्रशासन की आंखें खुलती हैं  तो उससे पहले नहीं|

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