top national news headlines live now-बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ ने कई परिवारों की खुशियां छीन लीं। इस हादसे में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 47 लोग घायल हुए। हादसे के बाद जिन परिवारों ने अपनों को खोया, उनके लिए यह जख्म कभी नहीं भर सकेगा। इसी हादसे ने कर्नाटक के हासन जिले के एक पिता से उसका इकलौता बेटा छीन लिया।
top national news headlines live now-बेटे की कब्र से लिपटकर रोते पिता का दर्द
इंजीनियरिंग के छात्र भौमिक लक्ष्मण भी उन 11 लोगों में शामिल था, जिसने इस भगदड़ में अपनी जान गंवा दी। भौमिक के पिता बीटी लक्ष्मण ने बेटे के शव को हासन के अपने गांव में दफनाया। कब्र के पास बैठकर, सिर जमीन से लगाए, वे फूट-फूटकर रोते रहे। यह दृश्य जिसने भी देखा, उसकी आंखें नम हो गईं। लक्ष्मण ने टूटे स्वर में कहा, “जो मेरे बेटे के साथ हुआ, वैसा किसी और के साथ न हो। जिस जमीन को मैंने उसके लिए खरीदा था, अब वहीं उसकी याद में स्मारक बन गया है। अब मुझे कहीं और नहीं जाना, मैं भी यहीं रहना चाहता हूं। किसी भी बाप को वो सब नहीं झेलना चाहिए, जो मैं झेल रहा हूं।”
top national news headlines live now-एक होनहार बेटे का अधूरा सपना
भौमिक लक्ष्मण इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष का छात्र था। पढ़ाई में होशियार, स्वभाव से मिलनसार और परिवार की उम्मीदों का केंद्र। उस दिन वह कॉलेज से दोस्तों के साथ चिन्नास्वामी स्टेडियम गया था, जहां रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत का जश्न मनाया जा रहा था। भीड़ अचानक बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। किसी को अंदाजा नहीं था कि जश्न की शाम मातम में बदल जाएगी। भीड़ में दबकर भौमिक समेत 11 युवाओं की जान चली गई।
top national news headlines live now-परिवार की दुनिया उजड़ गई
हासन जिले के बेलूर तालुक के कुप्पागोड गांव के रहने वाले भौमिक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। बीटी लक्ष्मण और अश्विनी दंपत्ति पिछले दो दशकों से बेंगलुरु में रहकर एक छोटा सा उद्योग चला रहे थे। गांव में उनकी पुश्तैनी जमीन थी, जहां वे साल में कुछ बार परिवार के साथ आते थे। बेटे की मौत ने इस परिवार की खुशियों को छीन लिया। लक्ष्मण दंपत्ति के लिए अब वह जमीन, जहां बेटे के लिए सपने बोए थे, अब सिर्फ उसकी यादों का ठिकाना बन गई है।
top national news headlines live now-पिता का दर्द, समाज के नाम संदेश
अपने बेटे की कब्र से लिपटकर रोते लक्ष्मण का दर्द शब्दों में बयान करना मुश्किल है। वे बार-बार यही कहते हैं, “भगवान किसी पिता को ऐसी परीक्षा न दे। जिस जमीन को बेटे के लिए खरीदा, वहीं उसकी कब्र बन गई। अब मुझे कहीं और नहीं जाना, मैं भी यहीं रहना चाहता हूं।” उनका यह दर्द हर उस परिवार का दर्द है, जिसने अपनों को अचानक खो दिया।
top national news headlines live now-हादसे के बाद सवाल
यह हादसा सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी है। क्या भीड़ प्रबंधन में कहीं चूक हुई? क्या आयोजकों ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए थे? ऐसे सवाल हर किसी के मन में हैं। प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन जिन परिवारों ने अपनों को खोया, उनके लिए कोई जवाब काफी नहीं होगा।
top national news headlines live now-जश्न की शाम मातम में बदली
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत का जश्न मनाने गए भौमिक के माता-पिता को क्या पता था कि वह घर लौटेगा ही नहीं। माता-पिता के लिए बेटे की यादें, उसकी किताबें, उसकी हंसी, उसकी बातें – अब सब कुछ एक खालीपन में बदल गया है।
top national news headlines live now-समाज के लिए सीख
यह हादसा हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि भीड़भाड़ वाले आयोजनों में सुरक्षा को लेकर कितनी सतर्कता बरतनी चाहिए। हर जीवन की कीमत है, और एक छोटी सी चूक कई परिवारों की खुशियों को उजाड़ सकती है।
top national news headlines live now-अंतिम विदाई
भौमिक की अंतिम विदाई में गांव के लोग, रिश्तेदार और मित्र सभी शामिल हुए। हर कोई स्तब्ध था, किसी के पास शब्द नहीं थे। पिता लक्ष्मण की आंखों में आंसू और बेटे की कब्र से लिपटकर कही गई बातें हर किसी के दिल को छू गईं।
top national news headlines live now-उम्मीद
आज भले ही भौमिक अपने परिवार के साथ नहीं है, लेकिन उसकी यादें, उसका सपना और उसके माता-पिता का दर्द समाज को यह संदेश देता है कि ऐसी घटनाओं से सबक लें, ताकि फिर किसी पिता को अपने बेटे की कब्र से लिपटकर रोना न पड़े।